ब्रिटिश फाइटर जेट की भारत में इमरजेंसी लैंडिंग, तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर उतरा एफ-35

फाइटर जेट एफ-35 शनिवार देर रात भारत के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतारा गया। जानकारी के मुताबिक उड़ान केदौरान पायलट ने ईंधन की मात्रा तेजी से घटते देखी, जिसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी गई। रात करीब9:30 बजे विमान ने सुरक्षित रूप से लैंडिंग की। एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषितपायलट की सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर दिया। रनवे पर सावधानीपूर्वक तैयारी की गई और सभीसंबंधित एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया। लैंडिंग के दौरान किसी प्रकार की क्षति या दुर्घटना नहीं हुई और पायलट सुरक्षित है। बताया गया कि यहजेट एक एयरक्राफ्ट करियर से उड़ान भर चुका था और किसी तकनीकी गड़बड़ी के बजाय केवल ईंधन की कमी इसका कारण बनी। फिलहाल एयरपोर्ट पर खड़ा है विमानसूत्रों के अनुसार, फिलहाल फाइटर जेट तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर ही खड़ा है और भारत सरकार के संबंधित विभागों से आवश्यक अनुमति मिलने केबाद ही इसमें दोबारा ईंधन भरा जाएगा। अनुमति मिलने पर यह विमान अपनी अगली यात्रा पर रवाना होगा। विमान सुरक्षा पर बढ़ी सतर्कताहाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के मद्देनज़र भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीरता और सतर्कता और भी अधिक बढ़ गई है। ऐसे मेंविदेशी फाइटर जेट की इमरजेंसी लैंडिंग की घटना ने अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्क कर दिया है, हालांकि इस मामले में कोई जान-माल कानुकसान नहीं हुआ है।
यूपी में रिकॉर्ड पुलिस भर्ती,योगी सरकार ने 60,244 आरक्षियों को सौंपे नियुक्ति पत्र, भर्ती में पारदर्शिता और तकनीक का दिखा असर

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए रविवार को 60,244 आरक्षियोंको नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह नियुक्ति पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एक विशेष समारोह में वितरित किए गए। मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित रही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में पिछले आठवर्षों में 8.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं, जिनमें पुलिस विभाग में 2.18 लाख से अधिक नियुक्तियां की गईं। योगी ने पूर्ववर्तीसरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के चलते बिना पैसे या सिफारिश के नौकरी मिलना मुश्किलथा, लेकिन अब यह सब इतिहास बन चुका है और पूरी प्रक्रिया मेरिट पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि 2018 में जब पहली बार बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भर्ती किए गए थे, तो ट्रेनिंग के लिए अभ्यर्थियों को केंद्रीयबलों के प्रशिक्षण केंद्रों में भेजना पड़ा था। लेकिन अब उत्तर प्रदेश ने अपने ही अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र विकसित कर लिए हैं, जिससे पुलिस बलको आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इस भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 48,196 पुरुष और 12,048 महिला अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जिसके लिएकुल 48.17 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें 15.49 लाख महिलाएं शामिल थीं। भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार ने कई आधुनिक उपाय किए, जैसे डबल लॉक स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्रों कीसुरक्षा, 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी, बायोमेट्रिक और आधार आधारित सत्यापन, फेशियल रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल और केवल राजपत्रितअधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों का चयन केवल नगर क्षेत्र के सरकारी या सहायता प्राप्त विद्यालयों तक सीमित रखा गयाऔर संदिग्ध माने गए केंद्रों को पूरी तरह हटा दिया गया। इस अभूतपूर्व तकनीकी पारदर्शिता और निष्पक्षता के कारण इस भर्ती प्रक्रिया को न केवलप्रदेश बल्कि पूरे देश में सराहना मिल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्षों के कार्यकाल ने देशमें व्यापक बदलाव लाया है, और उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने युवाओं को रोजगार देने और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में ऐतिहासिककार्य किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग आज की जरूरत है और यह भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश को उस दिशा में आगे ले जा रही है।
हेलीकॉप्टर हादसे पर प्रियंका गांधी और हरीश रावत ने जताया शोक, सुरक्षा मानकों की समीक्षा की मांग

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड क्षेत्र में रविवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में पायलट सहित सात लोगों की मौत हो गई।यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा था। बताया गया कि उड़ान सुबह 5:17 बजे भरी गई थी, लेकिन खराब मौसम केचलते हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया और दुर्घटना का शिकार हो गया। प्रियंका गांधी ने जताया शोक, सरकार से की अपीलकांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गौरीकुंड, उत्तराखंड मेंहुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना का समाचार अत्यंत दुखद है। भगवान केदारनाथ दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरीगहरी संवेदनाएं।” उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी सुरक्षा मानकों की गंभीरता से समीक्षा कीजाए। उन्होंने यह भी बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान यह पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है। हरीश रावत ने जताई चिंता, मांगा ठोस समाधानपूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए लिखा, “केदारनाथ क्षेत्र में एक और हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई है, जो अत्यंत भयावह है। पायलट समेत सभी यात्री इस हादसे में काल के गाल में समा गए। उत्तराखंड की जनता मृतकों के परिजनों के प्रति गहरीसंवेदना प्रकट करती है।” उन्होंने कहा कि राज्य में सिविल एविएशन सेक्टर का विस्तार हो रहा है, लेकिन उसी अनुपात में दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं, जोबेहद चिंताजनक है। दुर्घटनाओं की जांच के बाद लागू हों सुरक्षा उपायहरीश रावत ने सुझाव दिया कि सभी पुरानी दुर्घटनाओं की जांच के निष्कर्षों के आधार पर मजबूत सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा किअगर सुरक्षा में कोई लापरवाही होती है, तो इसकी कीमत यात्रियों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ती है, जो अस्वीकार्य है। उन्होंने बाबा केदार सेप्रार्थना की कि वह दिवंगत आत्माओं को शांति और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। सरकारी एजेंसियों पर जिम्मेदारी तय करने की मांगयह हादसा एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में हेलीकॉप्टर उड़ानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुएअब राजनेताओं ने भी सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित यात्रा कर सकें।
वीरेन्द्र सचदेवा का हमला, ‘AAP ने शिक्षा माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले दस वर्षों मेंकेजरीवाल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कोई ठोस सुधार नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया और उनकी पार्टी ने निजी स्कूलों परकोई प्रभावी नियंत्रण नहीं लगाया और अब भाजपा सरकार द्वारा लाए गए फीस नियंत्रण कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। अगर लगाम लगाई थी तो तंत्र इतना कमजोर क्यों निकला?वीरेंद्र सचदेवा ने मनीष सिसोदिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर AAP सरकार ने वास्तव में तथाकथित ‘शिक्षा माफिया’ पर लगाम लगाई थी, तो वह नियंत्रण इतना कमजोर क्यों था कि सरकार के जाते ही ढह गया? उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि केजरीवाल सरकार ने कभी भी प्राइवेटस्कूलों के खिलाफ कोई प्रभावी कानून नहीं बनाया। केजरीवाल सरकार में स्कूल फीस चार गुना तक बढ़ीसचदेवा ने दावा किया कि केजरीवाल शासन के दौरान दिल्ली के छोटे-बड़े सभी निजी स्कूलों की फीस दो से चार गुना तक बढ़ गई, और इस पर कोईनियंत्रण नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के नाम पर जनता को केवल भ्रमित किया गया। भाजपा सरकार का संवेदनशील कदम: अभिभावकों की सहमति जरूरीसचदेवा ने बताया कि भाजपा सरकार ने एक संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाते हुए ऐसा कानून लागू किया है, जिसके तहत किसी भी निजी स्कूल कोफीस बढ़ाने से पहले एक 11 सदस्यीय समिति की अनुमति लेनी होगी। इस समिति में 5 अभिभावक भी शामिल होंगे, और केवल सर्वसम्मति से हीफीस बढ़ाई जा सकेगी। AAP की प्राइवेट स्कूलों से मिलीभगत उजागरदिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि AAP के नेता आज भी कुछ बड़े प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट के इशारे पर काम कर रहे हैं और भाजपासरकार की पहल के खिलाफ दुष्प्रचार फैला रहे हैं। उन्होंने इसे जनता को गुमराह करने की साजिश बताया। सिसोदिया ACB के सवालों का जवाब देंसचदेवा ने कहा कि मनीष सिसोदिया को प्राइवेट स्कूलों के इशारे पर प्रोपेगैंडा फैलाने की बजाय सरकारी स्कूलों में हुए कथित कक्षा कक्ष निर्माणघोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के सवालों का जवाब देना चाहिए।
पुणे में इंद्रायणी नदी पर पुल गिरा, 25-30 लोगों के बहने की आशंका, 6 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पर्यटन स्थल कुंदमाला में हुआ हादसामहाराष्ट्र के पुणे जिले में भारी बारिश के बीच एक बड़ा हादसा हो गया। मावल तालुका के तालेगांव दाभाड़े क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थलकुंदमाला में इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे अचानक ढह गया। 25 से 30 पर्यटक नदी में बहने की आशंकाप्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, हादसे के समय पुल पर 25 से 30 पर्यटक मौजूद थे, जो अचानक नदी में बह गए। घटना की गंभीरताको देखते हुए राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया। अभी तक छह लोगों के शव नदी से बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई अन्य अब भीलापता हैं।रविवार को भीड़, कमजोर पुल बना हादसे की वजहरविवार का दिन होने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक कुंदमाला पहुंचे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल काफी पुराना था और इस पर भारी भीड़थी। अचानक संरचना कमजोर पड़ गई और पूरा पुल भरभराकर नदी में समा गया। एनडीआरएफ की टीमों को किया गया रवानाघटना की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ की दो टीमें घटनास्थल की ओर रवाना कर दी गई हैं। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस, तहसील प्रशासन औरस्थानीय स्वयंसेवी संगठन भी राहत कार्य में जुटे हैं। बचाव अभियान को तेज करने के लिए जेसीबी मशीनें और अन्य उपकरण भी मंगवाए गए हैं। सीएम फडणवीस ने दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देशराज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए संभागीय आयुक्त, पुलिस आयुक्त और तहसीलदार से संपर्क साधा है।उन्होंने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने, घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने और प्रभावितों को हरसंभव मदद देने का निर्देश दिया है। बारिश और बढ़ते जलस्तर ने बढ़ाई चुनौतीपिछले दो दिनों से मावल क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे इंद्रायणी नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। इस कारण बचावकार्य में भी कठिनाई आ रही है, लेकिन प्रशासन और राहत दल लगातार प्रयासरत हैं। स्थानीय प्रशासन की अपीलप्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे घटनास्थल के आसपास भीड़ न लगाएं और अफवाहों से बचें। लोगों से संयम बरतने और राहत टीमों केसाथ सहयोग करने की अपील की गई है।
मथुरा में खुदाई के दौरान बड़ा हादसा, कई मकान ढहे, अब तक तीन की मौत, राहत कार्य जारी

मथुरा के थाना गोविंद नगर क्षेत्र स्थित माया टीला शाहगंज इलाके में रविवार को एक गंभीर हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार, टीले के चारों ओरदीवार निर्माण के दौरान मिट्टी धंस गई, जिससे 4 से 5 मकान जमींदोज हो गए। कई लोग मलबे में दबे, रेस्क्यू जारीहादसे के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। अब तक तीन लोगों—एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चे—को मलबे से बाहरनिकालकर अस्पताल भेजा गया है। वहीं, हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि भी हो चुकी है। हादसे का वीडियो हुआ वायरलघटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि कई मकान एक साथ भरभराकर गिरते हैं। इस वीडियो ने सोशल मीडिया परलोगों में चिंता और आक्रोश दोनों बढ़ा दिए हैं। प्रशासन और राहत टीमें मौके पर मौजूदघटना की सूचना मिलते ही पुलिस, नगर निगम और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैंऔर राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रशासन ने घटनास्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने और अफवाहों से बचने की अपील की है। स्थानीय निवासियों की आपबीतीस्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश से पहले मिट्टी के खिसकने से बचाव के लिए टीले के चारों तरफ सुरक्षा दीवार बनाई जा रही थी। इसी काम केदौरान अचानक टीला धंस गया, जिससे ये हादसा हो गया। अभी और लोगों के दबे होने की आशंकाहालांकि मलबे से कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अब भी कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। इससंभावना को ध्यान में रखते हुए बचाव दल सावधानीपूर्वक काम कर रहा है। प्रशासन की अपीलप्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें, अफवाहों पर ध्यान न दें और राहत कार्य में बाधा न डालें।
मनाली में जिप लाइन हादसा, नागपुर की बच्ची 30 फीट गिरी खाई में, हालत गंभीर

छुट्टियों के दौरान हुआ दर्दनाक हादसामनाली घूमने आए नागपुर के एक परिवार की छुट्टियां उस समय दर्दनाक हादसे में बदल गईं, जब उनकी बेटी जिप लाइन के दौरान 30 फीट गहरीखाई में गिर गई। हादसा उस वक्त हुआ जब बच्ची पहाड़ी से दूसरी पहाड़ी की ओर जिप लाइन के जरिए जा रही थी और अचानक केबल टूट गई। त्रिशा को आई गंभीर चोटेंघटना 8 जून, रविवार की है। नागपुर निवासी प्रफुल्ल बिजवे अपनी पत्नी और बेटी त्रिशा के साथ मनाली घूमने आए थे। जिप लाइन एक्टिविटी केदौरान त्रिशा हवा में लटक रही थी, तभी अचानक तकनीकी गड़बड़ी के चलते जिप लाइन की केबल टूट गई। इसके बाद त्रिशा सीधे 30 फीट नीचेखाई में गिर पड़ी, जिससे उसके पैरों में गंभीर चोटें आईं। इलाज के लिए बदले गए अस्पतालहादसे के तुरंत बाद त्रिशा को मनाली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालात में सुधार न होने पर उसे चंडीगढ़ के अस्पताल में शिफ्टकिया गया। वहां से भी पर्याप्त इलाज न मिल पाने पर फिलहाल उसे नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारीहै। परिजनों ने उठाए सुरक्षा व्यवस्था पर सवालत्रिशा के परिवार ने हादसे के लिए एडवेंचर एक्टिविटी संचालकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। परिजनों का आरोप है कि जिप लाइन केदौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और हादसे के बाद उन्हें कोई त्वरित मदद नहीं मिली। हादसे का वीडियो हुआ वायरलइस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें त्रिशा को जिप लाइन से अचानक गिरते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो सोशल मीडियापर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों में गुस्सा और चिंता दोनों ही देखे जा रहे हैं।
जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी का बयान, वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को मिलेगा मंच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 15 जून 2025 को कहा कि कनाडा में आयोजित होने वाला जी-7 शिखर सम्मेलन एक ऐसा अवसर है, जहां विश्व केअहम मुद्दों और वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) की प्राथमिकताओं पर विचार साझा किए जाएंगे। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आमतौर परविकासशील और आर्थिक रूप से पिछड़े देशों के लिए किया जाता है। कनाडा के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर हो रही यात्राप्रधानमंत्री मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के आमंत्रण पर कनानास्किस में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन केदौरान वे विभिन्न देशों के नेताओं के साथ संवाद को लेकर उत्सुक हैं। आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयासों को मिलेगा बलप्रधानमंत्री मोदी ने अपनी तीन देशों की यात्रा को सीमापार आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन को मज़बूत करने का एक अहम अवसर बताया।उन्होंने कहा कि इस दौरे के जरिए वह साझेदार देशों को भारत के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद देंगे और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विकएकजुटता की अपील करेंगे। साइप्रस की यात्रा: संबंधों को नई दिशा देने का अवसरप्रधानमंत्री मोदी 15 और 16 जून को साइप्रस का दौरा करेंगे। यह दौरा साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के आमंत्रण पर हो रहा है। उन्होंनेकहा कि साइप्रस न केवल भारत का घनिष्ठ मित्र है, बल्कि भूमध्यसागर और यूरोपीय संघ क्षेत्र में एक अहम रणनीतिक साझेदार भी है। प्रधानमंत्री के अनुसार, यह यात्रा द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने के साथ-साथ व्यापार, निवेश, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और जनसंपर्क के क्षेत्र में सहयोगको आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। क्रोएशिया की पहली प्रधानमंत्री स्तरीय यात्राजी-7 सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी क्रोएशिया की यात्रा करेंगे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली आधिकारिक यात्रा होगी। इसदौरान वे राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और क्रोएशिया के बीच सांस्कृतिक रिश्ते ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं और यह दौरा आपसी हितों वाले क्षेत्रों मेंसहयोग के नए द्वार खोलेगा।
अहमदाबाद विमान हादसा: 31 शवों का हुआ डीएनए मिलान, विजय रूपाणी की मौत की पुष्टि

अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद डीएनए जांच का कार्य तेज़ी से जारी है। अब तक 31 शवों की डीएनए रिपोर्ट आ चुकी है, जिनमें से12 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। इन्हीं में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी शामिल है। उनके डीएनए का मिलानउनके परिजनों से हो गया है, जिससे उनकी मृत्यु की पुष्टि हो गई है। राजकोट में होगा अंतिम संस्कारविजय रूपाणी का अंतिम संस्कार उनके गृह नगर राजकोट में किया जाएगा। प्रशासन ने अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।डीएनए जांच के सहारे हो रही पहचानडीएनए जांच टीम के एक डॉक्टर ने बताया कि दुर्घटना में जान गंवाने वाले कई शव जलकर इतनी बुरी हालत में पहुंच गए हैं कि उनकी पहचान करनाबेहद मुश्किल हो गया था। इसी वजह से शवों की पहचान के लिए वैज्ञानिक जांच का सहारा लिया जा रहा है। दुखद संयोग: ‘लकी नंबर’ पर मिली मौतयह हादसा विजय रूपाणी के जीवन का एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मोड़ बन गया। एक समय जिस फ्लाइट को उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए अहमदाबाद सेलंदन के लिए शुरू किया था, वही यात्रा उनके जीवन की अंतिम यात्रा बन गई। विशेष बात यह भी है कि जिस फ्लाइट नंबर को वह अपने लिए लकीमानते थे, उनकी मृत्यु उसी फ्लाइट में हुई। यह एक ऐसा त्रासदीपूर्ण संयोग है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई भयावह दास्तांहादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब उन्होंने आसमान में काले धुएं का गुबार देखा तो उन्हें पहले लगा कि कहीं आग लगी है। लेकिन कुछ ही देरमें यह साफ हो गया कि एक विमान हादसे का शिकार हो गया है। प्रत्यक्षदर्शी राकेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने देखा कि पूरा विमान आग के गोले में तब्दील हो गया था। दृश्य इतना भयावह था कि किसी के बचने कीकोई संभावना नजर नहीं आ रही थी। आसपास के लोग स्तब्ध थे और कुछ भी करने में असमर्थ थे।
केदारनाथ के पास हेलीकॉप्टर हादसा, 7 लोगों की दर्दनाक मौत, महाराष्ट्र के कपल और उनकी बच्ची की भी जान गई

केदारनाथ यात्रा के दौरान हादसाअहमदाबाद विमान हादसे के तीन दिन बाद, रविवार को उत्तराखंड में एक और दर्दनाक दुर्घटना घटित हुई। केदारनाथ के पास गौरिकुंड क्षेत्र में एकहेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें पायलट समेत कुल 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में महाराष्ट्र के राजकुमार जायसवाल, उनकी पत्नीश्रद्धा जायसवाल और उनकी दो वर्षीय बेटी काशी राजकुमार जायसवाल शामिल हैं। बेटा विवान दुर्घटना में बच गयाबताया गया है कि इस दंपत्ति का एक बेटा विवान भी है, जो हादसे के समय उनके साथ यात्रा पर नहीं था। वह अपने दादा-दादी के पास पंढरकवड़ा(महाराष्ट्र) में ही रुका हुआ था, जिससे उसकी जान बच गई। पायलट की भी मौत, हाल ही में बने थे पिताहेलीकॉप्टर के पायलट राजवीर सिंह चौहान भी इस हादसे में जान गंवा बैठे। जानकारी के मुताबिक, वे हाल ही में जुड़वा बच्चों के पिता बने थे। AAIB करेगी हादसे की जांचविमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) इस मामले की जांच करेगा। हादसे का शिकार हुआ हेलीकॉप्टर बेल 407 मॉडल (VT-BKA) था, जो आर्यनएविएशन कंपनी के स्वामित्व में है। यह हेलीकॉप्टर श्री केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भर रहा था। कैसे हुआ हादसा?हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:10 बजे गुप्तकाशी से उड़ान भरी थी और 5:18 बजे केदारनाथ हेलीपैड पर उतरा। वहां से यह 5:19 बजे पुनः गुप्तकाशी केलिए रवाना हुआ, लेकिन कुछ ही देर में गौरिकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में पांच यात्री, एक शिशु और एक पायलट सवार थे। डीजीसीए ने उठाए एहतियाती कदमनागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने चारधाम क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवाओं की आवृत्ति कम कर दी है और निगरानी बढ़ा दी गई है। साथ ही, पूरेऑपरेशन की समीक्षा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।