
स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस एक उपभोक्ता की नाराज़गी का कारण बन गई है। सोशल मीडिया पर अनिल सक्सेना नामक एक व्यक्ति ने आरोपलगाया है कि उन्होंने और उनके रिश्तेदारों ने इस कंपनी से स्वास्थ्य बीमा करवाया था और लगातार पाँच वर्षों तक प्रीमियम भरते रहे। इसके बावजूदजब उनके भांजे सिद्धार्थ सक्सेना को उदयपुर के GBH अमेरिकन हॉस्पिटल में हार्ट संबंधी समस्या के कारण भर्ती कराया गया, तो कंपनी ने बिनाकिसी स्पष्ट वजह के उनका क्लेम अस्वीकार कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि यह उनका पहला क्लेम था।
पहले भी क्लेम हो चुका है रिजेक्ट
अनिल सक्सेना ने यह भी लिखा कि इससे पहले उनकी पत्नी शांति सक्सेना के इलाज से जुड़ा बीमा दावा भी खारिज कर दिया गया था। दोनों मामलोंमें अस्पताल द्वारा उचित इलाज की पुष्टि के बावजूद कंपनी ने क्लेम स्वीकृत नहीं किया। उपभोक्ता का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया उन्हें मानसिकरूप से परेशान कर रही है।
सोशल मीडिया पर विवादित प्रतिक्रिया
वहीं कस्टमर की शिकायत करने पर कंपनी के सीनियर मैनेजर जिग्नेश गोर ने टिप्पणी की, ट्विटर पर पोस्ट का रिप्लाई करते हुए लिखा कि “सब जगह ललकारने से क्लेम मिल जाएगा तुझे,” जिसे अनिल सक्सेना ने धमकी की तरह लिया और जवाब देते हुए लिखा, “आपके कहने से मैं डर गया हूँ, मानसिक प्रताड़ना पहले से थी। कृपया आप मुझे नहीं धमकायें।
कंपनी की चुप्पी, उपभोक्ताओं में नाराज़गी
इस पूरे मामले पर अब तक स्टार हेल्थ की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन यह घटना न केवल बीमा क्षेत्र की पारदर्शितापर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्राहकों के साथ व्यवहार और सेवा की गुणवत्ता पर भी चिंता बढ़ाती है।

