कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के जिला इकाई प्रमुखों के साथ बैठक में वर्तमान समय की वैचारिक लड़ाई को कठिन बताया। उन्होंने कहाकि कांग्रेस ने ब्रिटिश साम्राज्य से संघर्ष किया था, जो भाजपा और आरएसएस की तुलना में कहीं अधिक शक्तिशाली था। बैठक के दौरान उन्होंनेपार्टी के संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया और बताया कि कांग्रेस नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह बैठक तीन चरणों मेंआयोजित हो रही है, जिनमें से अगली दो बैठकें तीन और चार अप्रैल को होंगी।
कांग्रेस और आरएसएस की विचारधारा पर राहुल गांधी का बयान
बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि देश में दो अलग-अलग दृष्टिकोण मौजूद हैं। एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है, जो तानाशाही, सामाजिक भेदभाव और कमजोर वर्गों के दमन को बढ़ावा देती है। दूसरी ओर, कांग्रेस की विचारधारा समानता और स्वतंत्रता पर आधारित है, जिसनेभारत को आज़ादी दिलाई। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस का संघर्ष केवल भाजपा और आरएसएस के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह एक ऐसे भारतके लिए है, जहां हर नागरिक को अपने सपने पूरे करने का समान अधिकार मिले।
व्हाट्सएप चैनल पर साझा किया संदेश
बैठक के बाद राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा और उसकी प्राथमिकताओं परबात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो सभी जातियों और धर्मों को समान रूप से देखती है और देश को एक निष्पक्ष तथा समरसतापूर्णस्थान बनाने की दिशा में कार्यरत है।
भाजपा पर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का आरोप
राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के कुछ बड़े कारोबारी वही भूमिका निभा रहे हैं, जो कभी ईस्ट इंडिया कंपनी निभाती थी।उन्होंने कहा कि इन उद्योगपतियों को हर तरह की सुविधाएं मिल रही हैं, वे मीडिया, दूरसंचार और रक्षा क्षेत्र में बड़े ठेके प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने दावाकिया कि भाजपा की नीतियों के कारण इन व्यवसायियों को मनचाही संपत्ति और संसाधन दिए जा रहे हैं।
ब्रिटिश शासन से तुलना
राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस की तुलना ब्रिटिश साम्राज्य से करते हुए कहा कि कांग्रेस ने इससे भी बड़ी और कठिन लड़ाई लड़ी थी। उन्होंनेजोर देकर कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जो संघर्ष किया, उसकी तुलना में भाजपा और आरएसएस की विचारधारा मात्र एक मजाक है।उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस लड़ाई में मजबूती से डटे रहने का आह्वान किया।