उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में चार दिन पहले हुए दर्दनाक हादसे में 1 मासूम और एक बुजुर्ग महिला की जान चली गई। बता दें कि ग्रेटर नोएडा कीओमीक्रॉन-3 सेक्टर की मिगसन अल्टिमो सोसाइटी में बुधवार रात तेज़ आंधी आई थी जिसके कारण एक टावर की छत से लोहे और टिन की भारीग्रिल गिरी,जिसमें एक महिला और उसके दो वर्षीय नाती की मौत हो गई थी। वहीं बता दें कि इस भयावक हादसे ने हादसा सोसाइटी के सुरक्षाइंतजामों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, जिसके बाद सोसाइटी के लोगों में आक्रोश का माहौल बन हुआ था।
शोक में बदला गुस्सा, सड़कों पर उतरे लोग
घटना के बाद पीड़ित परिवार और सोसाइटी के लोगों में आक्रोश फैल गया। गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में निवासी, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, क्लब हाउस से मार्च करते हुए 130 मीटर रोड तक पहुंचे और सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया। “बिल्डर हाय-हाय” और “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद” के नारों से इलाका गूंज उठा।
बिल्डर पर अब तक नहीं हुआ एक्शन
इस घटना के बाद पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बिल्डर पर कार्रवाई करने के बजाय पीड़ितों परही लाठीचार्ज कर दिया। इतना ही नहीं, सोसाइटी के बिल्डर पर इससे से पहले भी GST घोटाले में लिप्त होने के कड़े आरोप लगे थे, जिसके बाद भीनोएडा प्रशासन ने अभी तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है। इस हादसे से प्रतीत होता है कि इंसानों की जान कितनी सस्ती हो गई है।
बिल्डर की लापरवाही बना मौत का कारण
निवासियों का कहना है कि छत पर लगी भारी ग्रिल को बिना सुरक्षा उपायों के एक शॉफ्ट के ऊपर अस्थायी रूप से रखा गया था। जब आंधी आई, तो वह ग्रिल नीचे गिर गई और यह दर्दनाक हादसा हो गया। लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक बिल्डर केखिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रदर्शन में हुई झड़प, कई घायल
प्रदर्शन को नियंत्रित करने पहुंचे पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब लोग नहीं माने, तो बल प्रयोग किया गया। इससे कई लोगों को चोटें भी आईं। इस झड़प के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए। लगभग तीन घंटे चले विरोध केबाद, अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने पर लोग शांत हुए।