उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनके “मृत्यु कुंभ” वाले बयान पर जोरदारजवाब दिया। उन्होंने कहा कि “जो लोग होली के दौरान उपद्रव को नियंत्रित करने में असमर्थ रहे, उन्होंने प्रयागराज के महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहाथा।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथग्रहण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “उत्तरप्रदेश की जनसंख्या 25 करोड़ है और यहां होली शांतिपूर्वक संपन्न हुई। लेकिन पश्चिम बंगाल में होली के दौरान कई उपद्रव हुए। वहीं, जो लोगहोली के दौरान उपद्रव को नियंत्रित करने में असमर्थ रहे, उन्होंने महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहा था।”
पश्चिम बंगाल से हर दिन 50 हजार से 1 लाख लोग आए
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, “हमने इसे ‘मृत्यु’ नहीं, बल्कि ‘मृत्युंजय’ और ‘महाकुंभ’ कहा। इस महाकुंभ ने यह साबित कर दिया कि 45 दिनों तकचले इस आयोजन में हर दिन पश्चिम बंगाल से 50 हजार से एक लाख लोग हिस्सा लेने आए थे।”
वहीं, ममता बनर्जी ने 18 फरवरी को महाकुंभ को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने दावा किया था कि महाकुंभ में भगदड़ की घटनाओं केकारण यह “मृत्यु कुंभ” बन गया। इसके अलावा, ममता ने यह आरोप भी लगाया था कि अधिकारियों ने मृतकों के आंकड़े दबा दिए और सैकड़ों शवोंको छिपाया।
मीडिया की भूमिका और सकारात्मक योगदान
मुख्यमंत्री ने मीडिया के सकारात्मक योगदान की सराहना की और कहा कि “मीडिया को सही और सटीक जानकारी समाज तक पहुंचाने का कार्य करनाचाहिए।” उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि “आप जिस भी सहयोग की आवश्यकता महसूस करें, राज्य सरकार आपके साथ खड़ी रहेगी।”
योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारिता के इतिहास पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “देश में कई स्वतंत्रता सेनानी हुए जिन्होंने मीडिया के माध्यम से समाजको नई दिशा दी। महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय और गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे नेता अपनी लेखनी से समाज के लिए मार्गदर्शन बने।”
सोशल मीडिया का दुरुपयोग
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आजकल सोशल मीडिया का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है और कुछलोग इसका दुरुपयोग कर नकारात्मकता फैला रहे हैं। ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है, क्योंकि इसे समाज में सकारात्मक बातें फैलानेका काम करना है।”