सक्रिय मामलों में उछाल
देश में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। केवल 15 दिनों में सक्रिय मामलों की संख्या में 20 गुना इजाफा हुआ है। मौजूदासमय में भारत में कुल 5,755 एक्टिव केस हैं। बीते 24 घंटों में संक्रमण के 391 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 760 मरीज ठीक हुए हैं। इसदौरान चार मरीजों की मौत भी हुई है।
सबसे अधिक प्रभावित राज्य
केरल अभी भी सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां शनिवार को 127 नए केस रिपोर्ट हुए। इसके बाद गुजरात (102 मामले), दिल्ली (73 मामले) और पश्चिम बंगाल (26 मामले) का स्थान है। इन राज्यों के आंकड़े मिलाकर देश में एक दिन में कुल 391 नए मामले सामने आए हैं।
राज्यवार कोरोना की स्थिति
महाराष्ट्र: शनिवार को राज्य में 29 नए मामले मिले और एक मौत हुई। कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 577 हो गई है, जबकि कुल मृतकों की संख्या18 पहुंच चुकी है।
पश्चिम बंगाल: पिछले 24 घंटों में 26 नए केस और 88 रिकवरी दर्ज की गई। यहां एक्टिव केस 622 हैं और अब तक एक मौत हुई है।
दिल्ली: 73 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 665 हो गई है। जनवरी 2024 से अब तकसात लोगों की मौत हो चुकी है।
छत्तीसगढ़: राज्य में 17 नए केस पाए गए हैं, जिससे कुल एक्टिव केस 41 हो गए हैं। कोई नई मृत्यु दर्ज नहीं की गई है।
हरियाणा: 9 नए मामले आए हैं, जिसमें गुरुग्राम और फरीदाबाद सबसे प्रभावित जिले हैं। राज्य में कुल 87 सक्रिय मरीज हैं और अब तक 151 मामलेसामने आ चुके हैं।
सरकार की तैयारियां और मॉक ड्रिल
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 5 जून को देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की। इसका उद्देश्य ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, आइसोलेशन बेड और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना था। इससे पहले 2 और 3 जून को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीताशर्मा की अध्यक्षता में तकनीकी समीक्षा बैठकें हुईं, जिनमें राज्य सरकारों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों के साथ समन्वय पर चर्चा की गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों की चेतावनी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस समय सामने आ रहे अधिकांश केस हल्के लक्षण वाले हैं और रोगी घर पर ही इलाज करा रहे हैं। वैज्ञानिकों कामानना है कि कोविड-19 अब एक एंडेमिक बीमारी बन चुका है, जिसका असर मौसमी रूप में सीमित क्षेत्रों में देखने को मिलेगा।
ILI (इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण) और SARI (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) के मामलों पर नजर रखी जा रही है। SARI के सभी और ILI के 5% मामलोंकी टेस्टिंग की जा रही है, और पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए ICMR नेटवर्क को भेजा जा रहा है।
WHO की घोषणा और विशेषज्ञों की राय
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2023 में कोविड-19 को ‘पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी’ की श्रेणी से हटा दिया था। विशेषज्ञ अब इसे एक सीमित, स्थान-विशिष्ट और मौसमी रोग के रूप में देख रहे हैं, जिससे समय-समय पर हल्के संक्रमण की आशंका बनी रह सकती है।