भारत ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले का सख्त जवाब देते हुए पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एकबड़ा मिसाइल हमला किया है। यह भारतीय सेना की ओर से अब तक का सबसे बड़ा और सटीक सैन्य ऑपरेशन बताया जा रहा है। पाकिस्तानीमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर जैसे इलाकों में स्थित 21 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दियागया। कुछ समय बाद भारत सरकार ने भी इस हमले की आधिकारिक पुष्टि की।
मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर में बड़ी कार्रवाई
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के भीतर गहराई तक जाकर आतंकी ठिकानों परसर्जिकल और मिसाइल हमले किए। विशेष रूप से बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों पर भारी हमले किए गए। जानकारी के अनुसार, बहावलपुर में ही लगभग 100 आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं अन्य ठिकानों पर भी बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं। कुलसंख्या 100 से अधिक बताई जा रही है।
रक्षा मंत्रालय का आधिकारिक बयान
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि, “भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकीठिकानों को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की। यह ठिकाने भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के लिए इस्तेमालहो रहे थे।”
बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि भारतीय सेना ने केवल आतंकी अड्डों को ही निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना के किसी भी आधार याप्रतिष्ठान को लक्ष्य नहीं बनाया गया। यह पूरी कार्रवाई बेहद सटीक, सीमित और उकसावे से बचने वाली रही।
पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की हत्याकर दी गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। हालांकि बाद में पाकिस्तानी सेना और खुफियाएजेंसी ISI के दबाव में इस दावे से मुकर गए।
हमले के बाद भारत में व्यापक आक्रोश फैल गया था और सरकार ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए थे।
भारत के कूटनीतिक कदमसैन्य कार्रवाई के साथ-साथ भारत ने कूटनीतिक स्तर पर भी कड़े कदम उठाए। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने, पाकिस्तान को दिए गएसभी वीजा को रद्द करने और पाकिस्तान के उच्चायोग में स्टाफ की संख्या घटाने का निर्णय लिया। ये कदम इस ओर इशारा करते हैं कि भारत अबआतंकवाद को बढ़ावा देने वाले तत्वों के खिलाफ न सिर्फ सीमा पर, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी दबाव बनाएगा।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी विरोधी अभियान तेज
पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर तलाशी और कार्रवाई अभियान शुरू कर दिए हैं। राज्यसरकार ने एहतियातन 48 प्रमुख पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है ताकि पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।