राज्य से बाहर पलायन करने को मजबूर हैं। इसकी वजह से न केवल बिहार की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है, बल्कि राज्य के युवाओं का भविष्यभी अंधेरे में जा रहा है। बिहार की युवा शक्ति को पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलना चाहिए, लेकिन इसके लिए जरूरी है किरोजगार के पर्याप्त अवसर यहां उपलब्ध कराए जाएं।
कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी- जेडीयू सरकार की नाकामी के कारण बिहार बेरोजगारी और पलायन का गढ़ बन चुका है। सरकार ने इस गंभीर मुद्देपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे युवा वर्ग निराश और असहाय महसूस कर रहा है। पार्टी का यह अभियान इस असंतोष को आवाज देने केलिए शुरू किया गया है, ताकि बिहार के युवाओं के लिए रोजगार की नीति को लेकर सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
‘पलायन रोको-नौकरी दो’ यात्रा के माध्यम से कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि बिहार में रोजगार सृजन के लिए ठोस नीतियां बनाई जाएं। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बिहार के युवा अपनी कड़ी मेहनत और शिक्षा के बल पर यहीं अपने लिए रोजगार प्राप्त कर सकें, न कि दूसरे राज्यों मेंपलायन करें।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यदि सरकार इस दिशा में कार्य नहीं करती, तो आगामी चुनावों में बिहार की जनता इसका जवाब देगी। बिहार कांग्रेसका यह अभियान इस बात का प्रतीक है कि जब तक राज्य के युवा वर्ग को उनका हक नहीं मिलेगा, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।