आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने मोदी सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर(पीओके) को वापस लेने का सुनहरा अवसर होते हुए भी सरकार पीछे हट गई और देश के साथ धोखा किया।
“जान देने की बात करने वाली भाजपा ने युद्ध विराम कर दिया”
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा नेताओं, जिनमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह शामिल हैं, ने वर्षों तक पीओके को भारत मेंमिलाने की कसमें खाईं। वे कहते रहे कि इसके लिए जान भी दे देंगे। लेकिन जब वाकई मौका आया, तो सरकार ने संघर्षविराम की घोषणा कर दी।
“प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना की जीत का मौका गवां दिया”
भारद्वाज ने कहा कि हमारी सेना पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक बढ़त पर थी। भारतीय वायुसेना और थलसेना ने पाकिस्तान को पूरी तरह मात दीथी। ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम किया गया। सेना पीओके तक पहुँचने को तैयार थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने सीजफायर कर युद्ध रोक दिया।
“78 साल से भाजपा कर रही थी जनता को गुमराह”
उन्होंने कहा कि पिछले सात दशकों से भाजपा पीओके मुद्दे पर लोगों को झूठे वादे करके गुमराह करती रही है। अब जब उन्हें कार्रवाई का मौका मिला, तो उन्होंने अपने ही संकल्प से पीछे हटकर साबित कर दिया कि पीओके को लेकर उनकी इच्छाशक्ति सिर्फ राजनीतिक नारा थी।
“तिरंगा यात्रा से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश”
सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि अब सरकार हताश कार्यकर्ताओं को तिरंगा यात्रा निकालने के लिए कह रही है ताकि युद्धविराम से उपजे जनाक्रोशको दबाया जा सके। उन्होंने कहा कि दशकों से शाखाओं में सुबह-सुबह पीओके का पाठ पढ़ने वाले स्वयंसेवक आज खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
“क्या भाजपा ने पीओके को भूलने का फैसला कर लिया है?”
भारद्वाज ने सीधा सवाल किया, “क्या भाजपा अब पीओके को लेकर अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति खो चुकी है? जब भारत की सेना जीत रही थी, तब युद्ध क्यों रोका गया? क्या भाजपा का पीओके लौटाने का वादा एक छलावा था?”
“इतिहास ने मोदी को मौका दिया, लेकिन उन्होंने उसे खो दिया”
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इतिहास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीओके हासिल करने का सबसे बड़ा अवसर दिया था। पाकिस्तान हार रहा था औरभारत जीत रहा था, लेकिन सीजफायर कर यह अवसर गंवा दिया गया।
“योगी आदित्यनाथ का वादा भी झूठा साबित हुआ”
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने चुनावी मंचों से कहा था कि मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगेतो छह महीने में पीओके भारत का हिस्सा होगा। अब छह महीने से भी ज़्यादा हो चुके हैं, और सरकार युद्ध विराम कर सेना को वापस बुला चुकी है।