आज पीएम नरेंद्र मोदी अपने रेडियो प्रसारण का 120वें शो को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की। हालांकि उन्होंने इन दिनोंदेश में टेक्सटाइल कचरे की बढ़ती चुनौती पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत इस क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है. साथही उन्होंने इस चुनौती को खत्म में जुटे लोगों की सराहना भी कीरविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अपने रेडियो शो ‘मन की बात’ केमाध्यम से संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारत में टेक्सटाइल कचरे से बढ़ती चुनौती पर जोर दिया. पीएम मोदी ने टेक्सटाइल कचरे के मुद्दे परबोलते हुए कहा कि भारत इस क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों कीसराहना की जानी चाहिए.बता दें कि अपने रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी ने टेक्सटाइल कचरे से जुड़ी चुनौती के बारे में लोगों कोबताया. उन्होंने कहा कि आप सोच रहे होंगे कि टेक्सटाइल कचरे का मुद्दा क्या है? दरअसल, यह एक बड़ी समस्या बन गई है.
पीएम मोदी ने किए कई सवाल
आजकल लोग पुराने कपड़े जल्दी फेंक देते हैं और नए खरीदने की आदत बढ़ गई है.पीएम मोदी ने आगे सवाल किया कि क्या आपने कभी सोचा हैकि पुराने कपड़ों का क्या होता है जिन्हें हम पहनना बंद कर देते हैं? उन्होंने बताया कि ये कपड़े कचरे में बदल जाते हैं। इसके बारे में किए गए शोध मेंयह बात सामने आई है कि दुनिया में बहुत कम कपड़ा कचरे को ही नए कपड़ों में बदला जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनिया का तीसरासबसे बड़ा देश है, जहां सबसे अधिक कपड़ा कचरा उत्पन्न होता है.प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यह बड़ी चुनौती है लेकिन मुझे खुशी है कि भारतमें इस चुनौती से निपटने के लिए कई सराहनीय प्रयास हो रहे हैं. कई भारतीय स्टार्ट-अप कपड़ा वसूली की दिशा में काम कर रहे हैं उन्होंने कहा, कईटीमें हमारे रैगपिकर भाइयों और बहनों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रही हैं. कई युवा टिकाऊ फैशन के प्रयासों में शामिल हो रहे हैं पुराने कपड़ेऔर फुटवियर को रीसायकल कर जरूरतमंदों को देते हैं.
‘परिपत्र फैशन ब्रांड्स को दे रहे बढ़ावा
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कई संगठन इन दिनों ‘परिपत्र फैशन ब्रांड्स’ को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके अलावा, कुछ प्लेटफॉर्म पर कपड़े किराए पर भीदिए जा रहे हैं. कुछ संगठन पुराने कपड़े इकट्ठा करते हैं उन्हें नया रूप देते हैं और गरीबों को वितरित करते हैं.अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ शहरों काउदाहरण देते हुए कहा कि पनीपत, तिरुपुर और बेंगलुरु जैसे शहर कपड़ा कचरे के प्रबंधन में नए तरीके अपना रहे हैं. उन्होंने बताया कि पनीपत अबटेक्सटाइल रीसाइक्लिंग का एक वैश्विक हब बन रहा है और बेंगलुरु में इस क्षेत्र में कई अभिनव तकनीकी समाधान आ रहे हैं. वहीं तिरुपुर में कपड़ाअपशिष्ट प्रबंधन के लिए जल उपचार और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने इन प्रयासों को प्रेरणादायक बताते हुए कहाकि हमें भी इस दिशा में काम करने की जरूरत है.