
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को हाल ही में राजधानी दिल्ली के राज निवास मार्ग, सिविल लाइंस स्थित प्लॉट नंबर 8 पर दो सरकारी बंगले आवंटित किए गएहैं। इनमें से बंगला नंबर 1 को उनका आधिकारिक निवास बनाया गया है, जबकि बंगला नंबर 2 को उनके कैंप ऑफिस के रूप में उपयोग में लायाजाएगा।
इलेक्ट्रिकल व इंटीरियर अपग्रेडेशन पर जोर
लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा फिलहाल बंगला नंबर 1 के लिए रेनोवेशन का टेंडर जारी किया गया है, जिसकी कुल अनुमानित लागत 60 लाखरुपये बताई गई है। यह टेंडर मुख्यतः इलेक्ट्रिकल और इंटीरियर से जुड़ी सुविधाओं के अपग्रेडेशन को लेकर है।
TV, AC, CCTV और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स की खरीदी
जारी टेंडर के अनुसार, मुख्यमंत्री के आवास पर 9.3 लाख रुपये की लागत से 5 आधुनिक टीवी लगाए जाएंगे। वहीं, 7.7 लाख रुपये की लागत में14 एयर कंडीशनर और 5.74 लाख रुपये में 14 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे। इसके अलावा, दो लाख रुपये का UPS सिस्टम भी लगायाजाना प्रस्तावित है।
रिमोट कंट्रोल फैन से लेकर डिशवॉशर तक
टेंडर दस्तावेजों में बताया गया है कि बंगले में 1.8 लाख रुपये के 23 रिमोट कंट्रोल सीलिंग फैन लगाए जाएंगे। साथ ही, 85 हजार रुपये काओटीजी, 77 हजार की ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन और 60 हजार रुपये का एक डिशवॉशर भी शामिल है।
किचन और बाथरूम अपग्रेडेशन भी शामिल
बंगले में 63 हजार रुपये का गैस चूल्हा, 32 हजार का माइक्रोवेव और 91 हजार रुपये की लागत से 6 गीजर लगाए जाने हैं। वहीं, रोशनी कीव्यवस्था के लिए 6.03 लाख रुपये की लागत से 115 लैंप, वॉल लाइट्स, हैंगिंग लाइट्स और तीन बड़े झूमर भी इंस्टॉल किए जाएंगे।
4 जुलाई को खुलेगा टेंडर, 60 दिन में होगा काम
यह टेंडर 4 जुलाई को खोला जाएगा और कार्य को 60 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शालीमार बाग स्थितअपने निवास में रह रही हैं।
सीएम का आवास टाइप-7 कैटेगरी में
गौरतलब है कि यह आवास टाइप-7 कैटेगरी में आता है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया था कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगला बीजेपी सरकार के किसी मुख्यमंत्री को नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पद संभालने के करीब 100 दिन बाद रेखा गुप्ता को नयाआवास आवंटित किया गया है।
पूर्व में एलजी सचिवालय था बंगला नंबर 1
जिस बंगले को अब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का आवास बनाया जा रहा है, पहले उसका उपयोग उपराज्यपाल सचिवालय के तौर पर किया जाता था।अब इसे पूरी तरह से मुख्यमंत्री निवास के रूप में पुनः विकसित किया जा रहा है।