भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री, तरुण चुग, ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर कड़ा हमला करते हुए कहाकि अब यह स्पष्ट हो चुका है कि अरविंद केजरीवाल, जो खुद को ईमानदार नेता बताते थे, अब देश में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा चेहरा बन चुके हैं।उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अब भ्रष्टाचार और घोटालों में लिप्त एक संगठित गिरोह के रूप में सामने आ रही है।
दुर्गेश पाठक की छापेमारी: भ्रष्टाचार का पर्दाफाश
तरुण चुग ने दुर्गेश पाठक के घर पर सीबीआई की छापेमारी को एक अहम कदम बताया और इसे केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार की साजिश काखुलासा बताया। उन्होंने कहा कि यह वही दुर्गेश पाठक हैं, जो गोवा विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी की राजनीतिक जिम्मेदारी संभाल रहे थे, औरदिल्ली के शराब घोटाले से निकाले गए अवैध धन को ‘चंदा’ के रूप में गोवा चुनाव में खर्च किया गया था।
ईमानदारी का ढोंग और विदेशी फंडिंग घोटाला
चुग ने यह भी कहा कि 2016 में कनाडा में आयोजित एक संदिग्ध धन संग्रह कार्यक्रम और उसमें विदेशी नागरिकों की संलिप्तता, यह दर्शाती है कियह केवल चुनावी धांधली नहीं थी, बल्कि देश की चुनावी प्रणाली पर एक सुनियोजित हमला था। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ही मोबाइल नंबरऔर ईमेल से बार-बार धन भेजा गया और एक ही पहचान पत्र का बार-बार इस्तेमाल किया गया, जो कि आम आदमी पार्टी की योजनाओं का हिस्साथा।
केजरीवाल का भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से भ्रष्टाचार तक का सफर
तरुण चुग ने कहा कि जब जांच एजेंसियां इस प्रकार के भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई करती हैं, तो आम आदमी पार्टी हमेशा राजनीतिक प्रतिशोध काआरोप लगाकर बचाव में उतर आती है। हालांकि, अब जनता यह समझ चुकी है कि जिन नेताओं ने सबसे ज्यादा शोर मचाया था, वही असल में सबसेबड़े दोषी हैं। चुग ने यह भी कहा कि जो अरविंद केजरीवाल कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का चेहरा बनने का दावा करते थे, वे आज खुदभ्रष्टाचार के प्रतीक बन गए हैं और उनकी पार्टी अब सत्ता के लिए भूखी एक ऐसी मशीन बन चुकी है, जो न नैतिकता जानती है, न ही कानून का डर।