जासूसी के शक में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के दूसरे टूर के समय ही सुरक्षा जांच एजेंसियों की रडार पर आ गई थी. करीब एक साल सेज्योति इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की निगरानी में थी उसकी सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकीहमले के बाद पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के संपर्क में रहने पर ज्योति पर शिकंजा कस दिया गया. सूत्रों के अनुसार, पहली बारज्योति मल्होत्रा 2023 में पाकिस्तान गई तो उसे सामान्य तौर पर लिया गया. इसके बाद वह 2024 में दूसरी बार पाकिस्तान गई तो वह पाकिस्तानीएंबेसी से जुड़े दानिश के संपइसके बाद जांच एजेंसियों ने ज्योति मल्होत्रा को रडार पर लिया था. तीसरी बार ज्योति करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में पहुंचीथी। वहां उसने पाकिस्तान के पंजाब राज्य की सीएम मरियम शरीफ का इंटरव्यू लिया था जहां ज्योति को वीआईपी ट्रीटमेंट मिला था. इस इंटरव्यूऔर वीआईपी ट्रीटमेंट के बाद एजेंसियों ने उसकी निगरानी बढ़ा दी थी.
दानिश से हुई पहली मुलाकात
वहां पर दानिश के परिचित के साथ कमरे में चार घंटे तक रही. इसके बाद उसकी हिस्ट्री को खंगाला जाने लगा पहलगाम की घटना के बाद भारत नेपाकिस्तानी दूतावास से जुड़े दानिश को अवांछित व्यक्ति घोषित किया दानिश के संपर्क के लोगों की भी पड़ताल की जाने लगी इसमें ज्योति कीउससे कई बार बातचीत का रिकॉर्ड मिला.एजेंसियों को ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के संपर्क में होने के साक्ष्य भी मिले. कॉलडिटेल रिकॉर्ड मिलने के बाद एजेंसियों ने इन सभी साक्ष्यों के बाद पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को गिरफ्तार कर लिया.कॉल डिटेल मैसेज कीजांच के बाद ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा का मोबाइल लौटा दिया गया. ज्योति के लिए वीजा लगवाने में मदद करने वाले हरकीरत के मोबाइल कीडिटेल भी पुलिस को नहीं मिली है पुलिस को सबसे अधिक उम्मीद ज्योति के लैपटॉप के डाटा से है.कॉल डिटेल मैसेज की जांच के बाद ज्योति केपिता हरीश मल्होत्रा का मोबाइल लौटा दिया गया. ज्योति के लिए वीजा लगवाने में मदद करने वाले हरकीरत के मोबाइल की डिटेल भी पुलिस कोनहीं मिली है पुलिस को सबसे अधिक उम्मीद ज्योति के लैपटॉप के डाटा से है.