भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को हुई थी। गुजरात में कांग्रेस का पहला अधिवेशन 23 से 26 दिसंबर, 1902 के बीचअहमदाबाद में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने की थी।
दूसरा अधिवेशन – सूरत, 1907
कांग्रेस का दूसरा गुजरात अधिवेशन 26-27 दिसंबर, 1907 को सूरत में आयोजित हुआ, जिसमें अध्यक्ष के रूप में रश्मि बिहारी घोष ने मार्गदर्शनकिया।
तीसरा अधिवेशन – अहमदाबाद, 1921
27-28 दिसंबर, 1921 को कांग्रेस का तीसरी बार गुजरात आगमन हुआ और अहमदाबाद में अधिवेशन का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता हकीमअजमल खां ने की।
चौथा अधिवेशन – हरिपुरा, 1938
गुजरात में कांग्रेस का चौथा अधिवेशन 19 से 21 फरवरी, 1938 को हरिपुरा में आयोजित हुआ। इस ऐतिहासिक सत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस नेअध्यक्ष पद संभाला।
पाँचवाँ अधिवेशन – भावनगर, 1961
छठे दशक में कांग्रेस का पाँचवाँ अधिवेशन गुजरात के भावनगर में 6-7 जनवरी, 1961 को हुआ, जिसकी अध्यक्षता नीलम संजीव रेड्डी ने की।
अब फिर गुजरात – अहमदाबाद 2025
अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक बार फिर गुजरात में अपने छठे अधिवेशन के लिए तैयार है। यह ऐतिहासिक आयोजन 8 और 9 अप्रैल, 2025 कोअहमदाबाद में होगा। पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में 8 अप्रैल को सरदार पटेल मेमोरियल में विस्तारित कांग्रेसकार्यसमिति (CWC) की बैठक होगी और अगले दिन यानी 9 अप्रैल को एआईसीसी (AICC) की बैठक साबरमती नदी के किनारे, साबरमती आश्रमऔर कोचरब आश्रम के बीच आयोजित की जाएगी।
इतिहास का साक्ष्य
20वीं सदी में गुजरात में हुए कांग्रेस के इन पांच ऐतिहासिक अधिवेशनों का संपूर्ण अभिलेख भी उपलब्ध है, जो पार्टी के गौरवशाली इतिहास कोरेखांकित करता है।