प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से पहले अब सभी मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। कोरोना वायरसके मामलों में फिर से वृद्धि को देखते हुए यह एहतियाती कदम उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री से मुलाकात करने से पहले कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य किया गया है।
बीजेपी सांसदों-विधायकों की पीएम से बैठक
दिल्ली में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सभी सांसदों, विधायकों और प्रमुख पदाधिकारियों की प्रधानमंत्री मोदी के साथ एकमहत्वपूर्ण बैठक प्रस्तावित है। इस बैठक में शामिल होने वाले सभी व्यक्तियों को पहले कोविड-19 टेस्ट कराना होगा और निगेटिव रिपोर्ट के साथ हीबैठक में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।
कोविड केसों में फिर दिखा उछाल
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में देश में कोविड-19 के 306 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमण से 6 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है।देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,121 हो चुकी है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भले ही कोविड अब इमरजेंसी स्तर पर न हो, लेकिनइसके प्रति सतर्कता और बचाव अभी भी आवश्यक है।
केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा असर
कोरोना संक्रमण से हुई 6 मौतों में से 3 केरल, 2 कर्नाटक और 1 महाराष्ट्र से थीं। केरल में सबसे अधिक 170 नए केस सामने आए, जिससे राज्य मेंसक्रिय मामलों की संख्या 2,223 तक पहुंच गई है। गुजरात में 114 नए केस मिले हैं और यहां एक्टिव केस 1,223 हो गए हैं। कर्नाटक में 100 नएमामलों के साथ कुल सक्रिय केस 459 दर्ज किए गए हैं।
स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियां तेज़
कोरोना संक्रमण के संभावित प्रसार को देखते हुए देशभर के सरकारी अस्पतालों में जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किए जा रहेहैं और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। सरकार का ध्यान संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएंमजबूत करने पर है।
कोविड अब सीजनल संक्रमण का रूप ले रहा विशेषज्ञ
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, कोविड-19 अब महामारी नहीं रहा, लेकिन यह वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसका स्वरूप अब फ्लू जैसेमौसमी संक्रमण जैसा हो गया है, जिसमें समय-समय पर मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल कापालन करते रहने की सलाह दी गई है।