
आम आदमी पार्टी ने कृत्रिम वर्षा परियोजना को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज नेकहा कि बीजेपी अब अरविंद केजरीवाल के विजन की नकल कर रही है, जबकि पहले उसी योजना का मजाक उड़ाया करती थी। उन्होंने आरोपलगाया कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में वैज्ञानिक तरीके से सर्दियों के प्रदूषण को कम करने के लिए कृत्रिम वर्षा कराना चाहती थी, तब केंद्र सरकार ने कोई अनुमति नहीं दी और बीजेपी ने इसे “मुंगेरीलाल के हसीन सपने” कहकर मजाक बना दिया। लेकिन अब जब दिल्ली और केंद्रदोनों जगह बीजेपी की सरकार है, तो तुरंत सभी मंजूरी दे दी गई है।
भारद्वाज ने कहा कि 19 जून को जब दिल्ली में बादल छाए हुए थे और मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई थी, उसी समय मुख्यमंत्री रेखागुप्ता ने कृत्रिम वर्षा कराने की घोषणा कर दी। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बारिश वैसे ही होने वाली थी, तब कृत्रिम वर्षा की क्या आवश्यकताथी? उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सिर्फ झूठी वाहवाही लूटना चाहती थी। अब जब न बादल हैं और न बारिश के आसार, तो बीजेपीकृत्रिम वर्षा को भी टाल रही है। उन्होंने कहा कि यह सब दिल्ली की जनता के साथ मजाक है और बीजेपी ने दिल्ली सरकार को फुलेरा की पंचायतबना दिया है, जो जब चाहे कुछ भी कहती और करती है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कृत्रिम वर्षा का सही समय अक्टूबर से जनवरी के बीच होता है, जब दिल्ली में प्रदूषण चरम पर होता है। वैज्ञानिक भी मानतेहैं कि जून-जुलाई की आर्द्रता और वातावरण कृत्रिम वर्षा के लिए उपयुक्त नहीं होते। उन्होंने पूछा कि जब परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं तो इतनीजल्दी कृत्रिम वर्षा की घोषणा क्यों की गई? क्या यह सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है?
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब आम आदमी पार्टी ने सात साल पहले कृत्रिम वर्षा की योजना बनाई थी, तब बीजेपी ने उसे भ्रष्टाचार और पैसे कीबर्बादी बताकर विरोध किया था। लेकिन अब वही पार्टी उसी योजना को लागू कर रही है। भारद्वाज ने पूछा कि अगर उस समय यह योजना गलत थी, तो अब बीजेपी खुद इसे क्यों अपना रही है? उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का यह रवैया दोहरापन दर्शाता है और जनता को गुमराह करने काप्रयास है।
प्रेस वार्ता के अंत में सौरभ भारद्वाज ने दो सीधे सवाल रखे—पहला, जब वैज्ञानिक मानते हैं कि अक्टूबर-जनवरी के बीच ही कृत्रिम वर्षा का परीक्षणकारगर हो सकता है, तो जून-जुलाई में इसे करने की जल्दबाज़ी क्यों है? और दूसरा, जब आप सरकार ने पहले यह प्रयास किया था, तो बीजेपी नेउसका विरोध क्यों किया था? उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के हित में पारदर्शिता चाहती है और बीजेपी से इन सवालों केजवाब मांगती है।