उत्तर प्रदेश में इस साल होली का जश्न अत्यंत शांतिपूर्ण तरीके से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाया गया। प्रदेश भर में विभिन्न सांस्कृतिकअभिव्यक्तियों और सांप्रदायिक सद्भाव का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। खास बात यह थी कि होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ी थी, जिसकेकारण प्रदेश सरकार ने जगह-जगह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। इस दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा के कई उपाय किए गए थे, ताकि दोनोंधार्मिक अवसरों को शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
होलिका दहन और होली के रंगों में रंगे इस दिन के दौरान, प्रदेश की ज्यादातर मस्जिदों में जुमे की नमाज का समय बढ़ा दिया गया था। इसकेबावजूद, दोनों आयोजनों को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न किया गया। इस दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री कीनिगरानी भी सख्ती से की गई, ताकि कोई विवाद न पैदा हो। प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की गई, और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस प्रशासन ने चौकसी बनाए रखी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित गौशाला में गायों और बछड़ों को गुलाल लगाकर होली का जश्न मनाया। इस दौरान वहपारंपरिक पगड़ी और काला चश्मा पहने हुए थे और होली जुलूस में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भीड़ पर फूल और अबीर-गुलाल बरसाए, जिससे उत्सवका माहौल और भी खुशनुमा हो गया। बॉलीवुड अभिनेता और सांसद रवि किशन ने भी इस मौके पर पारंपरिक फगुआ गीत गाकर इस सांस्कृतिकउत्सव को और भी रंगीन बना दिया।
लखनऊ में, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने होली के इस अवसर पर उत्सव में भाग लिया। ब्रजेश पाठक ऊंट पर सवार होकरहोली जुलूस में शामिल हुए और एक साथ लाखों लोगों के बीच होली का आनंद लिया। इसके अलावा, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी इस जश्न मेंशरीक हुए और लोगों के साथ होली की मस्ती में लहराए।
शाहजहांपुर और मुजफ्फरनगर में भी धूमधाम से जश्न
शाहजहांपुर में ‘बड़े लाट साहब’ का जुलूस कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। हालांकि, इस दौरान कुछ बच्चों ने लाट साहब पर पत्थर फेंके, लेकिनपुलिस ने तुरंत उनकी पहचान कर उन्हें खदेड़ दिया, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। वहीं, मुजफ्फरनगर में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देवअग्रवाल होली के जश्न में नाचते हुए नजर आए, और यह दृश्य भी खासा आकर्षक रहा।
इटावा में सपा का पारंपरिक होली उत्सव
इटावा में समाजवादी पार्टी (सपा) के सैफई कार्यालय में एक भव्य होली समारोह का आयोजन किया गया, जो पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादवद्वारा शुरू की गई फूलों से भरे उत्सव की परंपरा को जारी रखता है। इस समारोह में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य सपा नेता शामिल हुए। इसअवसर पर गुलाब और गेंदे की पंखुड़ियों से लोगों पर रंग बरसाए गए, जिससे उत्सव का माहौल और भी खुशनुमा हो गया।
मथुरा–वृंदावन में धार्मिक उत्सव का माहौल
मथुरा और वृंदावन में भी होली का माहौल पूरी तरह धार्मिक और उत्साही था। भक्तों ने रंगों से होली खेलते हुए उत्सव मनाया और मंदिरों में खासदर्शन किए। फालैन गांव में संजू पंडा द्वारा अग्नि में चमत्कारी तरीके से चलने के बाद दिन की शुरुआत हुई। वहीं, बांके बिहारी मंदिर में हजारों भक्तउमड़े और अबीर-गुलाल के साथ होली खेली। यहां के भक्तों ने टेसू और केसर से भी रंग खेले, जो धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं को दर्शाता है।
बाराबंकी में अंतरधार्मिक एकता का प्रतीक जश्न
बाराबंकी में देवा शरीफ की दरगाह पर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग एक साथ होली मनाते नजर आए। दरगाह पर “या वारिस” के नारों से गूंजतेहुए एक जीवंत जश्न मनाया गया। इस मौके पर “जो रब है वही राम” का संदेश भी दिया गया, जो सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक था। अधिकारियों नेबताया कि किसी भी प्रकार के टकराव से बचने के लिए, शुक्रवार की नमाज अपराह्न दो बजे के बाद आयोजित की गई और कई मस्जिदों के समितियोंने मस्जिदों को रंगों से बचाने के लिए ढक दिया था।
सुरक्षा और निगरानी के उपाय
सभी क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने सक्रिय निगरानी बनाए रखी और किसी भी भड़काऊ पोस्ट या सामग्री पर तुरंत कार्रवाई की गई। सोशल मीडिया पर कड़ीनिगरानी रखी गई, ताकि किसी भी भड़काऊ संदेश को रोका जा सके। इस तरह से, उत्तर प्रदेश में होली का जश्न सुरक्षित और सुखद तरीके से संपन्नहुआ, जो प्रदेश की विविधता और सांप्रदायिक सद्भाव को दर्शाता है।