भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगामी मानसून सीजन को लेकर उत्साहजनक पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग का कहना है कि जून2025 में देशभर में औसत से अधिक वर्षा हो सकती है, जो दीर्घकालिक औसत का लगभग 108 प्रतिशत हो सकती है। पूरे मानसून सीजन के दौरानऔसत बारिश 87 सेंटीमीटर मानी जाती है, जबकि इस बार यह आंकड़ा 106 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे साफ है कि देश को सामान्यसे अधिक बारिश की उम्मीद है।
मानसून कोर जोन में होगी अधिक वर्षा
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने जानकारी दी कि मानसून कोर जोन, जिसमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और इसकेआसपास के क्षेत्र शामिल हैं, इस बार सामान्य से अधिक वर्षा प्राप्त कर सकते हैं। यह क्षेत्र कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां की खेतीमुख्य रूप से मानसून की वर्षा पर निर्भर करती है।
क्षेत्रीय पूर्वानुमान: कहाँ कितनी बारिश?
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत, जिसमें दिल्ली भी शामिल है, में वर्षा सामान्य (92-100 प्रतिशत) रहसकती है। पूर्वोत्तर भारत में औसत से कम बारिश की संभावना है, जबकि मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।संशोधित पूर्वानुमान के अनुसार, इस वर्ष मानसून “सामान्य से अधिक” की श्रेणी में रहेगा, जिसका मतलब है कि वर्षा दीर्घकालिक औसत से 104 प्रतिशत या उससे अधिक हो सकती है।
मानसून की तेज शुरुआत
मौसम विभाग के अनुसार जून की शुरुआत एक मजबूत मानसून सर्ज के साथ होगी, जिससे देश के अधिकांश हिस्सों में तेज वर्षा होगी। यह प्रारंभिकवर्षा खासतौर पर किसानों के लिए राहतभरी खबर है, क्योंकि इससे खरीफ फसलों की बुआई सुगमता से हो सकेगी।
तापमान में गिरावट और अनुकूल मौसमीय परिस्थिति
मानसून की इस शुरुआत के साथ देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। हालांकि, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारतमें अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रह सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि एल नीनो की कमजोर स्थिति और समुद्री स्थितियांइस बार मानसून के लिए सकारात्मक माहौल बना रही हैं, जिससे जल भंडारण और बिजली उत्पादन में भी लाभ होगा।
मुंबई में समय से पहले मानसून, भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
मुंबई में मानसून ने इस बार समय से पहले दस्तक दी है और रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज की गई है। मई महीने में 107 वर्षों में सबसे अधिक बारिश दर्ज कीगई, जिसमें मात्र 24 घंटे में 106 मिमी वर्षा हुई। नरीमन पॉइंट पर 252 मिमी, बीएमसी मुख्यालय पर 216 मिमी और कोलाबा पंपिंग स्टेशन पर207 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया और जनजीवन प्रभावित हुआ।
दिल्ली में मई का सबसे अधिक बारिश वाला महीना, आंधी-तूफान की चेतावनी
राजधानी दिल्ली में मई महीने ने बारिश के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस महीने अब तक 186.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जो 2008 में दर्ज165 मिमी के रिकॉर्ड को पार कर गई है। आईएमडी के अनुसार, सप्ताह के अंत तक दिल्ली में आंधी-तूफान और गरज के साथ बारिश होने कीसंभावना है। साथ ही, 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जो कहीं-कहीं 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंचसकती हैं। तापमान न्यूनतम 25-27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 33-37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।