
बीजेपी के दावों की खुली पोल
दिल्ली में भारी बारिश के बाद हुए जलभराव को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंगने कहा कि कुछ घंटों की बारिश ने बीजेपी शासित एमसीडी और दिल्ली सरकार के तमाम दावों की सच्चाई उजागर कर दी। मुख्यमंत्री, पीडब्ल्यूडीमंत्री और मेयर ने यह आश्वासन दिया था कि इस बार जलभराव की कोई समस्या नहीं होगी, लेकिन बारिश के पहले दिन ही दिल्ली की सड़कों परपानी भर गया और नागरिक घंटों परेशान होते रहे।
कितने अधिकारियों को किया गया सस्पेंड?
नारंग ने सवाल उठाते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने खुद कहा था कि यदि कहीं जलभराव हुआ तो संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड कियाजाएगा। अब जब पूरी दिल्ली में जलभराव की स्थिति बनी, तो आम जनता जानना चाहती है कि अब तक कितनों पर कार्रवाई की गई है? उन्होंने कहाकि भाजपा सिर्फ बयान और फोटो सेशन तक सीमित है, जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया गया।
नालों की सफाई के दावों पर उठाए सवाल
प्रेस वार्ता में अंकुश नारंग ने पीडब्ल्यूडी और एमसीडी की सफाई रिपोर्ट्स पर सवाल खड़े किए। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी के मुताबिक 30 जूनतक 82 प्रतिशत नालों की सफाई हो चुकी थी, वहीं एमसीडी की रिपोर्ट कहती है कि सभी नालों की सफाई पूरी कर ली गई है। फिर सवाल यहउठता है कि इतने बड़े स्तर पर जलभराव क्यों हुआ? क्या ये रिपोर्ट सिर्फ कागजों तक सीमित हैं?
कई इलाकों में जलभराव की तस्वीरों से बढ़ाई चिंता
नारंग ने जलभराव से प्रभावित इलाकों की सूची देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की शालीमार बाग विधानसभा से लेकर धौला कुआं, संगमविहार, नजफगढ़, मुस्तफाबाद, नारायण गांव, शाहदरा, कश्मीरी गेट और सरिता विहार तक दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में पानी भर गया। उन्होंने कहा किइन इलाकों में नालों के विकास कार्यों के बोर्ड तो लगे हैं, लेकिन जनता को राहत कहीं नजर नहीं आई।
बीजेपी कर रही दिखावा, जनता भुगत रही तकलीफ
अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली के लोगों से वादा किया था कि इस बार मानसून का पूरा आनंद लिया जा सकेगा, लेकिन हल्की बारिश मेंही राजधानी जलमग्न हो गई। आम लोगों को कई घंटे सड़कों पर परेशान होना पड़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ नालों के किनारे फोटो खिंचवाने मेंव्यस्त है, जबकि असली काम नहीं हो रहा। उन्होंने मांग की कि एलजी, मुख्यमंत्री, मंत्री और मेयर को फोटो सेशन बंद कर असल समस्याओं पर ध्यानदेना चाहिए।
जनता को चाहिए समाधान, बयान नहीं
प्रेस वार्ता के अंत में नारंग ने कहा कि दिल्ली की जनता बार-बार जलभराव जैसी परेशानियों को सहने के लिए मजबूर नहीं रह सकती। भाजपा कोअपनी कथनी और करनी में अंतर खत्म करना होगा और जनता के हक की रक्षा करनी होगी। अब समय है कि दिल्ली की सड़कों पर काम हो, सिर्फकैमरों के सामने नहीं, बल्कि जमीन पर दिखे प्रभाव।