
आम आदमी पार्टी के एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने करोलबाग जोनल कार्यालय में हुई वार्ड कमेटी मीटिंग में हिस्सा लिया. इस दौरान‘‘आप’’ पार्षदों के साथ करोल बाग जोन में सफाई व्यवस्था, जन-स्वास्थ्य, इंजीनियरिंग कार्य और जलभराव समेत जनता की अन्य प्रमुख समस्याएंउठाईं उन्होंने निगम अधिकारियों से साफ़ कहा कि इन मुद्दों का तत्काल और ठोस समाधान होना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके. दिल्लीवासियों को साफ़, स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण देना आम आदमी पार्टी की हमेशा से प्राथमिकता रही है. अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपासरकार मीटिंग में काम करने के बड़े-बड़े दावे तो करती है, लेकिन जमीन पर कोई काम नहीं करती है बैठक में करोलबाग ज़ोन डिप्टी कमिश्नर श्वेतिकासचान, वार्ड समिति अध्यक्ष पुनीत राय, उपाध्यक्ष कविता चौहान, पार्षद उर्मिला महेंद्र गौतम, महेश कुमार, राकेश जोशी, ज्योति गौतम और अलकाढींगरा सहित ज़ोन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
अंकुश नारंग ने नालों की सफाई के मुद्दे को उठाया
करोलबाग जोनल वार्ड कमेटी मीटिंग में अंकुश नारंग ने कहा कि मीटिंग में काम को लेकर चर्चा तो होती है, लेकिन धरातल पर काम नहीं होता है जबबिल्डिंग 5-6 मंजिला बन जाती है, निगम को ख्याल आता है, जबकि निर्माण के दौरान ही निरीक्षण करना चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि अवैधनिर्माण का सर्वे किया जाए और नियमानुसार कार्रवाई की जाए. अधिकृत कॉलोनी में जर्जर इमारतों का सर्वे रिपोर्ट सभी पार्षदों को दिखाई जाए. उन्होने पूछा कि निगम को बताना चाहिए कि अब तक कितनी जर्जर इमारतों पर कार्रवाई की गई है पिछले साल करोल बाग जोन में पूर्व मेयर महेशखींची के वार्ड में इमारत गिरी थी, उसकी जांच और कार्रवाई की रिपोर्ट दी जाए. अंकुश नारंग ने नालों की सफाई के मुद्दे को उठाते हुए पूछा किकरोलबाग जोन में आखिरी बार कितने नालों की सफाई हुई? किस-किस ठेकेदार को सफाई का ठेका दिया गया है? उन्होंने अभी तक कितना प्रतिशतकाम पूरा किया है? अगर तय समय में काम नहीं हुआ या कूड़ा नहीं हटाया गया, तो कितनी जुर्माना राशि लगाई गई? उन्होंने इंजीनियरिंग कार्यों कीबात करते हुए कहा कि ठेकेदार को चार फुट से बड़े नाले साफ करने का काम दिया जाता है। कूड़ा हटाने का काम भी इंजीनियरिंग विभाग का है, फिरभी डीईएमएस से करवाया जाता है इसलिए कितना जुर्माना लगाया गया.
दिल्ली से कूड़े को आजादी दिलाने के लिए अभियान चलाया
अंकुश नारंग ने पूछा कि मलबा डालने की जगहों पर क्या कार्रवाई योजना बनाई गई है? कितने लोगों को मलबा डालते पकड़ा गया और कितनों परचालान किए गये? एमसीडी की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे भरे पड़े हैं इस साल अब तक कितने गड्ढे निगम के द्वारा भरे गए? वह रिपोर्ट भी दी जाए. उन्होंने पूछा कि हर वार्ड में कहां-कहां अतिक्रमण हैं, क्या यह ढूंढा गया है? उन अतिक्रमणों पर कितनी कार्रवाई हुई? दिल्ली से कूड़े को आजादीदिलाने के लिए अभियान चलाया जाता है। लेकिन सड़कों पर कूड़ा फैल रहा है पार्कों की हालत खराब है नए पार्क बनाने का बजट नहीं है और पुरानेपार्कों की चाहर दीवारी टूट रही हैं इनकी मरम्मत के लिए निगम के द्वारा कोई ठोस कदम उठाया.