प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान एक अनोखी घटना ने सभी का ध्यान खींचा। यहां एक साधु, जिन्हें “IIT वाले बाबा” के नाम से जाना जाताथा, अचानक गायब हो गए। उनका असली नाम रोहन वर्मा है, जो IIT बॉम्बे के प्रतिभाशाली छात्र रह चुके हैं। उनकी अद्वितीय कहानी और लापताहोने के पीछे की वजहें अब रहस्य बनी हुई हैं।
माता-पिता की परेशानी और खोज
रोहन वर्मा के गायब होने की खबर उनके माता-पिता को मिली, जो दिल्ली में रहते हैं। उन्होंने तुरंत प्रयागराज पहुंचकर अपने बेटे की तलाश शुरू की।रोहन के पिता ने बताया कि वह सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और कुछ समय तक एक प्रतिष्ठित कंपनी में काम कर चुके हैं। माता-पिता इस समयगहरे सदमे और चिंता में हैं।
कैसे बना ‘IIT वाला बाबा’?
रोहन वर्मा हमेशा से एक मेधावी छात्र रहे हैं। IIT की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की। लेकिन कुछ समय बादउन्होंने अचानक सब कुछ छोड़कर साधु जीवन अपना लिया।
कई साधुओं का कहना है कि रोहन जीवन की भौतिकता से ऊब चुके थे और एक गहरी आध्यात्मिक खोज में निकल पड़े थे। उन्होंने साधु जीवन मेंअपनी जगह बनाई और महाकुंभ में वे “IIT वाले बाबा” के नाम से पहचाने जाने लगे।
साधु समाज में लोकप्रियता
महाकुंभ के दौरान, रोहन वर्मा की विद्वता और उनके प्रवचन चर्चा का केंद्र बन गए। वे विज्ञान और आध्यात्मिकता के बीच संबंधों पर गहन विचार रखतेथे और साधु-संतों के बीच एक नई दृष्टि प्रस्तुत करते थे। उनकी बातें युवाओं और अन्य साधुओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई थीं।
लापता होने की घटना
महाकुंभ में साधु-संतों के बीच सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन एक सुबह खबर आई कि IIT वाले बाबा लापता हो गए हैं। उनके साथ रहनेवाले साधुओं ने बताया कि बाबा कुछ समय से तनाव में थे और उनका व्यवहार असामान्य था। उनके गायब होने के बाद से अलग-अलग कयासलगाए जा रहे हैं। कुछ का मानना है कि वे गहन साधना के लिए किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं, जबकि कुछ इसे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ीसमस्या बता रहे हैं।
माता-पिता की चिंता और भावनाएं
रोहन के माता-पिता इस घटना से बेहद परेशान हैं। उनके पिता का कहना है, “हमने सोचा था कि वह जो भी कर रहा है, उसमें खुश है। लेकिन अबउसका इस तरह गायब हो जाना हमारी चिंता का कारण बन गया है। बस यही चाहते हैं कि वह सुरक्षित हो और जल्द से जल्द वापस आ जाए।”
पुलिस की जांच जारी
प्रयागराज पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। महाकुंभ के शिविरों और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। प्रशासन इस बात पर जोर देरहा है कि बाबा की मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सतर्कता बरती जाए।
साधु समाज की प्रतिक्रिया
साधु समाज ने बाबा के गायब होने पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ इसे उनकी आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा मानते हैं, जबकि अन्य इसे चिंताका विषय बता रहे हैं। एक साधु ने कहा, “वे शांत स्वभाव के थे, लेकिन लगता है कि उनके भीतर कुछ चल रहा था, जिसके बारे में उन्होंने किसी सेसाझा नहीं किया।”
सवालों के घेरे में साधु जीवन
यह घटना समाज के लिए कई सवाल खड़े करती है। जब एक युवा, जिसने IIT जैसी प्रतिष्ठित संस्था से शिक्षा पाई है, साधु जीवन अपनाने का निर्णयलेता है और फिर इस तरह गायब हो जाता है, तो यह साधु जीवन और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान खींचता है।
आगे क्या?*
IIT वाले बाबा के अचानक गायब होने से कई अटकलें लगाई जा रही हैं। क्या वे अपने पुराने जीवन में लौटने की कोशिश कर रहे हैं, या गहन साधनाके लिए किसी अन्य स्थान पर चले गए हैं? इस सवाल का उत्तर तभी मिलेगा जब बाबा स्वयं सामने आएंगे।
फिलहाल, पुलिस, माता-पिता और साधु समाज उनकी तलाश में जुटे हुए हैं। सभी की उम्मीद है कि यह मामला जल्द ही सुलझेगा और बाबा सुरक्षितवापस लौटेंगे।