दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान FIITJEE के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। यहकार्रवाई प्रीत विहार स्थित FIITJEE सेंटर से जुड़ी 190 शिकायतों के बाद की गई है। FIITJEE के इस सेंटर को जनवरी 2025 में अचानक बंदकर दिया गया था, जिसके बाद छात्रों और उनके अभिवावकों ने इसका विरोध किया था। अब, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्रवाई शुरू करदी है, और इसको लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आ रहे हैं।
190 शिकायतों के बाद मामला दर्ज
FIITJEE के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), और 120B (आपराधिक साजिश) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक EOW को 190 शिकायतें मिल चुकी हैं, जिनकी संख्यापहले फरवरी में 35 थी। इन शिकायतों में छात्रों और अभिवावकों ने FIITJEE के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य आरोप लगाए हैं, जिससे यहमामला और भी गंभीर बन गया है।
मामला कैसे EOW तक पहुंचा?
जानकारी के अनुसार, शुरुआत में इन शिकायतों को पूर्वी दिल्ली पुलिस के पास दर्ज कराया गया था। लेकिन मामला गंभीर होने और बड़ी रकम केलेन-देन की बात सामने आने के बाद, मामले की जांच को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंप दिया गया। EOW की ओर से अब मामले कीगहनता से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच में FIITJEE के निदेशक समेत अन्य जिम्मेदार लोगों की भूमिका सामने आ सकती है, और जल्द ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
देश के अन्य हिस्सों में भी मामलों की जांच
FIITJEE के खिलाफ दिल्ली के अलावा अन्य शहरों में भी धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। गाजियाबाद, नोएडा और भोपाल में भी संस्थान केखिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से एक बड़ा मामला फरवरी में सामने आया, जब ग्रेटर नोएडा पुलिस ने FIITJEE के संस्थापक दिनेशगोयल से जुड़े 12 बैंक खातों से 11.11 करोड़ रुपये जब्त किए थे। यह बड़ी राशि और संबंधित बैंक खातों की जांच को लेकर मामले की गंभीरता कोऔर बढ़ा दिया है। पुलिस ने इन खातों को सील कर दिया और अब मामले की जांच कर रही है कि यह रकम कहां से आई और इसके पीछे कीसाजिश क्या थी।
FIITJEE की प्रतिक्रिया
FIITJEE संस्थान ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि संस्थान के प्रबंधन को पुलिसकी जांच के दौरान अपनी सफाई देने का मौका मिलेगा। वहीं, छात्रों और उनके अभिवावकों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि यह मामला न सिर्फFIITJEE के प्रीत विहार सेंटर से संबंधित है, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में संस्थान की छवि पर भी सवाल उठ रहे हैं।
अगले कदम और जांच की दिशा
पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक डीसीपी-स्तरीय अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप दी है। EOW की टीम अब यह पता करने में जुटी है किFIITJEE ने छात्रों से कथित तौर पर धोखाधड़ी कैसे की और उनकी फीस का किस तरह से दुरुपयोग किया गया। जल्द ही इस मामले में नईजानकारी सामने आ सकती है, और पुलिस मामले के आरोपी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कदम उठा सकती है।