मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार सुबह प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की औपचारिक पूर्णाहुति के लिए अरैल घाट पर सफाई अभियान में भागलिया। इस अवसर पर उन्होंने सफाईकर्मियों के साथ मिलकर घाट की सफाई की और गंगा तट पर स्नानार्थियों द्वारा छोड़े गए वस्त्रों को साफ करने मेंअपने मंत्रियों के साथ श्रमदान किया। यह सफाई अभियान महाकुंभ के उपरांत पूरे मेला क्षेत्र की स्वच्छता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
सफाई कार्य के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ फ्लोटिंग जेटी के जरिए संगम के लिए रवाना हुए। इसदौरान उन्होंने जेटी से साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया, जो इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता का हिस्सा हैं। संगम पहुंचकर, सीएम योगी ने मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य रूप में मौजूद मां सरस्वती का विधिवत पूजन किया।
संगम घाट पर विधिवत पूजा और आरती
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच, मुख्यमंत्री ने मंत्रिगणों के साथ मिलकर मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया और विधि-विधान से मां की आरती उतारी। इसअवसर पर उन्होंने लोक कल्याण की कामना की और संगम स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, राकेश सचान, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अनिल राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमारसिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना संजय प्रसाद सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
महाकुंभ से जुड़े लोगों का सम्मान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिन महाकुंभ नगर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की योजना बनाई है। वे उन कर्मचारियों औरसंस्थाओं से मुलाकात करेंगे जिन्होंने महाकुंभ को ऐतिहासिक, दिव्य, भव्य, स्वच्छ, सुरक्षित और डिजिटल बनाने में योगदान दिया है। इस दौरान उन्हेंसम्मानित भी किया जाएगा।
शाम को, सीएम योगी पुलिसकर्मियों से संवाद करेंगे और सुरक्षित महाकुंभ के लिए उनका आभार प्रकट करेंगे। इसके अलावा, कुम्भ की व्यवस्था मेंलगे अधिकारियों और मेला प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ भी उनकी बैठक प्रस्तावित है।
महाकुंभ की तैयारी और स्वच्छता का महत्व
महाकुंभ का आयोजन हर 12 वर्ष में होता है और यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करनेआते हैं, जिससे स्वच्छता और व्यवस्था बनाए रखना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम न केवल स्वच्छता केप्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि यह महाकुंभ के आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस सफाई अभियान के माध्यम से, मुख्यमंत्री ने यह संदेश दिया है कि स्वच्छता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारीहै। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने में योगदान दें।
सीएम योगी आदित्यनाथ का संगम घाट की सफाई में भाग लेना और महाकुंभ की तैयारी के लिए किए जा रहे प्रयास यह दर्शाते हैं कि सरकार धार्मिकआयोजनों के साथ-साथ स्वच्छता और सुरक्षा को भी प्राथमिकता दे रही है। यह न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करेगा, बल्कि आने वाले समय में महाकुंभ के आयोजन को और भी भव्य और दिव्य बनाने में मदद करेगा।