उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। घने कोहरे, बर्फबारी और तापमान में गिरावट के चलते यातायातऔर दैनिक जीवन पर गहरा असर पड़ा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में ठंड का कहर साफ देखाजा सकता है।
उत्तर प्रदेश: कोहरे ने रोकी रफ्तार
उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के कारण रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
– ट्रेन सेवाएं बाधित: 46 ट्रेनों के निर्धारित समय में देरी हो रही है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
– सड़क दुर्घटनाओं का खतरा: कम विजिबिलिटी के चलते सड़क हादसों की संख्या बढ़ने की आशंका है। वाहन चालकों को धीमी गति से गाड़ी चलानेकी सलाह दी गई है।
राजस्थान: तापमान गिरकर शून्य के करीब
राजस्थान के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
– सबसे ठंडे इलाके: माउंट आबू और सीकर में न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
– फसलों पर पाला पड़ने का खतरा: गिरते तापमान से रबी फसलों को नुकसान होने की संभावना है, जिससे किसान चिंतित हैं।
– सरकारी प्रयास: सरकार ने रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्था की है ताकि बेघर लोगों को राहत मिले।
हिमाचल प्रदेश: बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित
हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी ने यातायात और अन्य सेवाओं पर असर डाला है।
– हाईवे और टनल बंद: बर्फबारी के कारण दो नेशनल हाईवे और अटल टनल बंद कर दी गई हैं।
– पर्यटन क्षेत्र पर असर: शिमला और मनाली जैसे पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी का आनंद लेने लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन होटल व्यवसाय प्रभावित हुआ है।
– बिजली और पानी की समस्या: कई क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली: कोहरे की चादर
पंजाब और हरियाणा: इन राज्यों के कई शहरों में न्यूनतम तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। कोहरे के कारण यातायात धीमा हो गया है।
दिल्ली: राजधानी में कोहरा विजिबिलिटी को 100 मीटर तक सीमित कर रहा है। सुबह और रात के समय ठंड का प्रकोप अधिक महसूस हो रहा है।वायु गुणवत्ता भी गंभीर स्तर पर है।
यातायात और जनजीवन पर असर
– सड़क हादसे बढ़े: कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा है।
– हवाई यातायात प्रभावित: कई उड़ानें देरी से चल रही हैं, जबकि कुछ को रद्द करना पड़ा है।
सरकार और प्रशासन की पहल
– राहत शिविर और अलाव: सर्दी से बचाव के लिए राज्य सरकारें अलाव और राहत शिविरों की व्यवस्था कर रही हैं।
– स्वास्थ्य निर्देश: डॉक्टरों ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने और हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी है। बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखने पर जोर दियागया है।
मौसम का अनुमान
मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक ठंड और घने कोहरे का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई है। दिन के समय भी धूप कम दिखने कीउम्मीद है, जिससे तापमान और गिर सकता है। उत्तर भारत में सर्दी के बढ़ते प्रकोप ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रशासन राहत कार्यों मेंजुटा है, लेकिन ठंड और कोहरे के कारण लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। यातायात में सावधानी और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरीहै।