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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में एक पॉडकास्ट के दौरान अपने पार्टी में रहने को लेकर दिए गए बयान को लेकर उत्पन्न हुए विवाद पर अपनीप्रतिक्रिया दी है। शशि थरूर ने कहा कि उन्होंने पॉडकास्ट में जीवन और खुशी के बारे में 45 मिनट की बातचीत की थी और इसमें किसी भीराजनीतिक विवाद की बात नहीं की थी। थरूर ने कहा कि वह अभी भी इस विवाद को पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं और उन्होंने सवाल उठाने वालेपत्रकारों से यह पूछा कि क्या वे उन्हें इस विवाद के बारे में और अधिक स्पष्टता दे सकते हैं। शशि थरूर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की एक बैठकशुक्रवार को बुलाई गई है, और वह इस बैठक में बाकी सभी नेताओं के साथ मौजूद रहेंगे।

यह बयान उस समय आया जब शशि थरूर के एक पॉडकास्ट साक्षात्कार ने कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों के बीच कुछ अनबन पैदा कर दी थी।थरूर ने इस विवाद को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने पॉडकास्ट में कोई ऐसी बात नहीं की थी जो पार्टी की नीतियों के खिलाफ हो।उनका कहना था कि पॉडकास्ट में जीवन के अन्य पहलुओं पर बात की गई थी और यह पूरी बातचीत किसी राजनीतिक विवाद से दूर थी। उन्होंने कहाकि जब उन्होंने पॉडकास्ट सुना, तो वह खुद भी यह समझने में असमर्थ थे कि विवाद किस बारे में था।

इसके बाद, थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए एक और बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि मोदी की अमेरिका यात्रा ने भारतीयों केलिए सकारात्मक परिणाम दिए हैं। थरूर का यह बयान उस समय आया जब वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद मीडिया में आएथे और उनकी आलोचना की गई थी कि उन्होंने मोदी की तारीफ की थी। थरूर ने इस पर सफाई दी और कहा कि उन्होंने यह बयान भारत के हितों कोध्यान में रखते हुए दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर विचार करते समय केवल पार्टी हितों को ध्यान में नहीं रखा जासकता।

शशि थरूर ने मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान कुछ मुद्दों को भी उठाया, जैसे कि अवैध अप्रवासियों की वापसी और व्यापार संबंधी मुद्दे, जो यात्रा केदौरान अनुत्तरित रह गए थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह कूटनीति का हिस्सा था और प्रधानमंत्री मोदी ने इन मुद्दों को बंद दरवाजों के पीछे उठाया, जोकि एक सामान्य कूटनीतिक प्रक्रिया है। थरूर ने स्पष्ट किया कि कूटनीति में सब कुछ सार्वजनिक रूप से नहीं रखा जाता और इसे समझने की जरूरतहै।

इसके साथ ही, थरूर ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और शुल्क पर होने वाली बातचीत का स्वागत किया। उन्होंने कहा किअमेरिका द्वारा हम पर शुल्क लगाने से भारत के निर्यात को नुकसान हो सकता था, लेकिन अब यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबितहोगा। थरूर ने इस समझौते को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा कि इसने भारत के व्यापार हितों की रक्षा की है। उन्होंने कहा कि एक भारतीयके रूप में वह इस सकारात्मक परिणाम की सराहना करते हैं और यह महत्वपूर्ण है कि हम हमेशा केवल पार्टी हितों के बजाय राष्ट्रीय हितों पर ध्यान दें।

शशि थरूर के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि वह कूटनीतिक दृष्टिकोण को समझते हैं और पार्टी की नीतियों से इतर राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकतादेते हैं। उनका यह बयान यह भी दर्शाता है कि वह राजनीति के अलावा देश के हितों की बात करने में संकोच नहीं करते हैं। थरूर का कहना था कि वहकिसी पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं और उनके लिए भारतीय हित सबसे ऊपर हैं।

कांग्रेस पार्टी के भीतर शशि थरूर के इस बयान के बाद पार्टी के भीतर एक बार फिर से चर्चा का दौर शुरू हो गया है। पार्टी नेताओं ने उनके बयान कोलेकर अपनी-अपनी राय दी है, लेकिन थरूर ने इसे किसी राजनीतिक विवाद से जोड़ा नहीं। उनकी प्रतिक्रिया ने यह साफ कर दिया कि उनका उद्देश्यपार्टी के भीतर विवादों को बढ़ाना नहीं है, बल्कि वह राष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने में विश्वास रखते हैं।

इस विवाद के बीच कांग्रेस पार्टी के अंदर इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने वाले नेताओं की संख्या बढ़ रही है। पार्टी ने शशि थरूर के बयान को लेकर अपनीस्थिति स्पष्ट नहीं की है, लेकिन यह साफ है कि पार्टी की आगामी बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। शशि थरूर ने भी कहा है कि वह पार्टी कीबैठक में मौजूद रहेंगे और उम्मीद करते हैं कि पार्टी के सभी सदस्य इस मुद्दे पर एक साथ चर्चा करेंगे।






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