पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव के बयान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जैसेकर्पूरी ठाकुर को कभी आलोचना झेलनी पड़ी थी, लेकिन बाद में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया, वैसे ही लालू प्रसाद यादव को भी भविष्य मेंयह सम्मान मिलेगा।
तेजस्वी ने अपने राजनीतिक विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा,
“जो लोग आज लालू जी को गाली दे रहे हैं, वही भविष्य में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करेंगे।”
बीजेपी और जेडीयू ने किया पलटवार
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
जेडीयू का हमला
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा,
“तेजस्वी यादव का यह बयान हास्यास्पद है। क्या कभी किसी घोटाले के दोषी व्यक्ति को भारत रत्न मिला है? एक सजायाफ्ता को भारत रत्न देने कीउम्मीद भी बेतुकी है।”
बीजेपी का पलटवार
बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता कृष्णानंद पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“लालू प्रसाद यादव दुनिया के सबसे बड़े घोटालेबाजों में से एक हैं। बिहार का खजाना लूट लिया गया था, अपहरण उद्योग फल-फूल रहा था। ऐसेव्यक्ति के लिए भारत रत्न की मांग करना राजनीति के लिए शर्म की बात है।”
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा,
“भारत रत्न का सम्मान एक गरिमामयी पुरस्कार है। क्या एक सजायाफ्ता व्यक्ति को भारत रत्न मिल सकता है? यह तो दिन में सपना देखने जैसा है।”
आरजेडी ने किया बचाव
आरजेडी सांसद मनोज झा ने तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा,
“जब 1977-78 में कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण लागू किया, तब बीजेपी वाले ही उन्हें अपशब्द कह रहे थे। आज वही लोग उनका सम्मान कर रहे हैं।अगर कर्पूरी ठाकुर के बाद लालू यादव नहीं होते तो बिहार में सामाजिक न्याय की लड़ाई अधूरी रह जाती।”
राजनीतिक हलचल तेज
तेजस्वी यादव के इस बयान ने बिहार की राजनीति में उबाल ला दिया है। एक तरफ बीजेपी और जेडीयू इस बयान को पूरी तरह खारिज कर रहे हैं, वहीं आरजेडी नेता इसे सामाजिक न्याय का प्रतीक बता रहे हैं। अब देखना होगा कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में कितना असर डालता है।