कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं, दरअसल 15 जनवरी को कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन समारोह में राहुल गांधी ने मंचको संबोधित करते हुए बयान था कि बीजेपी और RSS ने हर एक संस्थान पर कब्जा कर लिया है, अब हम बीजेपी और RSS के साथ इंडिया स्टेटसे भी लड़ रहे हैं। वहीं उनके इस बयान पर अब उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।
राहुल गांधी की टिप्पणी पर एफआईआर
इस विवाद के बाद गुवाहाटी के पान बाजार पुलिस स्टेशन में राहुल गांधी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई। यह शिकायत असम के एकस्थानीय संगठन की ओर से दर्ज कराई गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया और समाज में वैमनस्यफैलाने की कोशिश की।
शिकायतकर्ता मंजीत चेतिया के आरोप
शिकायतकर्ता मंजीत चेतिया ने राहुल गांधी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और समाज में मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया। उनका कहना है किराहुल गांधी की टिप्पणी से सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी के बयान को देश की एकता के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा, “जो नेता संविधान की शपथ लेकरलोकसभा में बैठते हैं, उनका ऐसा बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास हमेशा देश विरोधी ताकतों का समर्थन करने कारहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर राजनीतिक लाभ के लिए देश की अखंडता के खिलाफ बोलने का आरोप लगाया।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है। कांग्रेस अपने नेता के समर्थन में खड़ी है, जबकि भाजपा और अन्य दल राहुल गांधी कीआलोचना कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद राजनीतिक परिदृश्य को किस तरह प्रभावित करता है।