कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य गरीब और मेहनतकश वर्ग के अधिकारों की रक्षाकरना है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने में जुटी है, जबकि गरीबऔर श्रमिक वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है।
बढ़ती असमानता पर राहुल गांधी का सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि देश में बढ़ती आर्थिक असमानता चिंता का विषय है। उन्होंने श्रमिकों और गरीबों के साथ हो रहे अत्याचारों पर सरकार कीनीतियों को जिम्मेदार ठहराया।
सफेद टी-शर्ट बना सामाजिक न्याय का प्रतीक
राहुल गांधी ने लोगों से अपील की है कि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर इस अभियान का हिस्सा बनें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा एकवीडियो में उन्होंने कहा, “अगर आप आर्थिक न्याय, सामाजिक समानता और शांति में विश्वास रखते हैं, तो इस मुहिम में जुड़ें।”
अभियान के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल
कांग्रेस पार्टी ने इस अभियान की जानकारी देने के लिए एक मोबाइल नंबर और वेबसाइट लिंक साझा किया है। वेबसाइट पर बताया गया है कि सफेदटी-शर्ट पार्टी के पांच प्रमुख सिद्धांतों—करुणा, समानता, अहिंसा, एकता और प्रगति—का प्रतीक है।
युवाओं और श्रमिकों से बड़ी भागीदारी की अपील
राहुल गांधी ने खासतौर पर युवाओं और श्रमिक वर्ग से इस आंदोलन का हिस्सा बनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह पहल संविधान औरसामाजिक न्याय की रक्षा के लिए जरूरी है।
राजनीतिक हलकों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस आंदोलन को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों और नेताओं के बीच अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ इसे एक सकारात्मक कदममानते हैं, तो कुछ इसे कांग्रेस की नई रणनीति के रूप में देख रहे हैं।
अभियान का उद्देश्य
कांग्रेस पार्टी का दावा है कि यह आंदोलन श्रमिकों के सम्मान, अधिकार और सुरक्षा की आवाज को बुलंद करेगा। इस पहल के जरिए पार्टी ने संविधानकी रक्षा और सामाजिक समानता की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है।