उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई शहरों में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्जकिया गया है। राजस्थान के कुछ इलाकों में तापमान 2-3 डिग्री तक गिर चुका है, वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार के शहरों में भी ठंड ने लोगों की दिनचर्याको बुरी तरह प्रभावित किया है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के शिमला, मनाली और अन्य पर्यटन स्थलों में बर्फबारी के चलते तापमान शून्य के करीब पहुंच गया है। पहाड़ी इलाकों में न्यूनतमतापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। ठंड के साथ बर्फबारी ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
घना कोहरा और दृश्यता में कमी
उत्तर भारत के कई राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, और दिल्ली में घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है। दृश्यता 50 मीटर से भीकम हो जाने के कारण सड़क और रेल यातायात में बाधाएं आई हैं। कोहरे के कारण दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ गई है।
यातायात सेवाओं पर ठंड का प्रभाव
कोहरे और ठंड के चलते रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई ट्रेनों को रद्द किया गया है और दर्जनों उड़ानों में देरी हुई है। यात्रियोंको समय पर गंतव्य तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासनिक कदम
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन ने रैनबसेरों में सुविधाएं बढ़ाने और सड़कों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की है। गरीबों को कंबल वितरित किए जा रहेहैं और कई जगहों पर स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। कुछ इलाकों में ठंड के कारण स्कूलों में छुट्टियां भी घोषित की गई हैं।
कृषि पर ठंड का प्रभाव
कोहरे और पाला फसलों पर नकारात्मक असर डाल रहे हैं। गेहूं, आलू और सरसों जैसी रबी फसलों की वृद्धि प्रभावित हो रही है। विशेषज्ञों का कहनाहै कि लंबे समय तक ऐसी परिस्थितियां बनी रहीं तो उत्पादन में कमी आ सकती है।
उत्तर भारत में सर्दी और कोहरे का प्रकोप चरम पर है। तापमान में गिरावट और कोहरे के कारण न केवल यातायात और कृषि प्रभावित हुई है, बल्किआम लोगों का जीवन भी कठिन हो गया है। प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ठंड से बचाव के लिए जनता को अतिरिक्त सतर्कताबरतने की जरूरत है।