महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 22 जनवरी की रात एक रेल हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे। यह घटना तब हुई जबट्रेन में आग लगने की अफवाह ने यात्रियों में दहशत फैला दी थी। घबराहट में लोग चलती ट्रेन से कूद गए और दूसरी तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आगए थे।
कैसे हुआ था हादसा?
यह घटना भुसावल रेलवे स्टेशन के पास हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, एक चायवाले ने ट्रेन में आग लगने की झूठी अफवाह फैलाई थी और ट्रेनकी चेन खींचकर उसे रोक दिया था । इससे यात्री डर के मारे ट्रेन से उतरने लगे थे । कुछ लोगों ने घबराहट में ट्रैक पर कूदने का फैसला किया था ।तभी बंगलौर एक्सप्रेस तेज रफ्तार से आई और यह भयावह दुर्घटना हो गई थी।
अब तक 13 लोगों की हुई मौत
घटना के दौरान बंगलौर एक्सप्रेस ने 13 लोगों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी । इसके अलावा कई लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की अभी भी हालत गंभीर बताई जा रही है। चश्मदीदों ने बताया कि हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका नहींमिला।
सीएम ने भी जताया दुख
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायतादेने की घोषणा की। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि घायलों को तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जाए और घटना की गहन जांच की जाए।
जांच में पता चला भगदड़ का कारण?
झूठी अफवाह फैलाने और ट्रेन की चेन खींचने वाले चायवाले को हिरासत में लिया गया है। स्थानीय लोगों और अधिकारियों का कहना है कि उसकीलापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। पुलिस ने चायवाले से पूछताछ शुरू कर दी है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग हो रही है।
रेलवे सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चायवाले द्वारा ट्रेन रोकने और अफवाह फैलाने जैसी घटनाएं रेलवे नियमों काउल्लंघन हैं। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि ऐसी घटनाओं में संयम बनाए रखें और पैनिक न करें।
पीड़ित परिवारों का दर्दहादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। एक मृतक के परिवार ने कहा, “हमने अपने प्रियजन को खो दिया और यहसब सिर्फ एक झूठी अफवाह के कारण हुआ।” रेलवे और राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है, लेकिन यह दुख की भरपाई नहीं कर सकता।
यत्रियों के लिए संदेश
यह घटना इस बात की सीख देती है कि किसी भी आपात स्थिति में घबराहट और अफवाहों से बचना चाहिए। रेलवे ने यात्रियों से सतर्क और संयमितरहने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को टाला जा सके।