महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सियासी समीकरण एक बार फिर बदलते दिख रहे हैं। हाल ही में, शिवसेना(यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की जमकर तारीफ की है। राउत ने गढ़चिरौली जिले में सक्रिय नक्सलियों केआत्मसमर्पण को राज्य सरकार की सराहनीय उपलब्धि करार दिया।
संजय राउत ने की फडणवीस की प्रशंसा
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र *सामना* में प्रकाशित संपादकीय में संजय राउत ने गढ़चिरौली जिले के पूर्व संरक्षक मंत्री पर निशाना साधते हुए आरोपलगाया कि उन्होंने अपने एजेंटों को नियुक्त किया और नक्सलवाद को बढ़ावा दिया। राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गढ़चिरौली काप्रभार संभालकर अच्छा काम किया है, जिससे नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और संवैधानिक रास्ता अपनाया।
राउत ने एएनआई से बातचीत में कहा, “हमने देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की है, क्योंकि सरकार ने गढ़चिरौली में अच्छा काम किया है। यदिनक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और संविधान को अपनाया, तो यह हम सभी के लिए शुभ है। महाराष्ट्र के लिए यह एक सकारात्मक कदम है।”
गढ़चिरौली का विकास होगा महाराष्ट्र के लिए लाभकारी
संजय राउत ने गढ़चिरौली जिले के विकास की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “गढ़चिरौली का विकास केवल इस जिले के लिए नहीं, बल्कि पूरेमहाराष्ट्र के लिए अच्छा होगा। यदि यह जिले महाराष्ट्र का स्टील सिटी बन जाता है, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।”
राउत ने आगे कहा, “हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की है जब उन्होंने अच्छा काम किया है। अगर गढ़चिरौली जैसे नक्सल प्रभावित जिले मेंसकारात्मक बदलाव आ रहे हैं, तो इसे सराहा जाना चाहिए।”
नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर राउत की प्रतिक्रिया
संजय राउत ने यह भी बताया कि गढ़चिरौली जिले में एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली विमला चंद्र सिदम उर्फ तारक्का समेत 11 नक्सलियों नेआत्मसमर्पण कर दिया है। राउत ने कहा कि यह सकारात्मक बदलाव की ओर एक बड़ा कदम है, जो अब तक नक्सल प्रभावित जिलों में उद्योगस्थापित करने की कोशिश करने वाले उद्योगपतियों से जबरन वसूली की स्थिति को बदलने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, “अब चीजें बदल रही हैं। जो लोग पहले केवल उद्योगपतियों से पैसे ऐंठने के बारे में सोचते थे, वे अब सकारात्मक बदलाव की ओर कदमबढ़ा रहे हैं, और यह सराहनीय है।”
गढ़चिरौली में हुआ आत्मसमर्पण
गढ़चिरौली में बुधवार को एक बड़ा घटनाक्रम हुआ, जब एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली विमला चंद्र सिदम उर्फ तारक्का समेत कुल 11 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। इनमें आठ महिलाएं और तीन पुरुष शामिल थे, जिन्होंने गढ़चिरौली पुलिस मुख्यालय मेंआत्मसमर्पण किया। यह घटना नक्सलवाद के खिलाफ राज्य सरकार की कड़ी कार्रवाई और फडणवीस सरकार के प्रयासों को एक बड़ी सफलता केरूप में देखा जा रहा है।
महाराष्ट्र की सियासत में नया समीकरण?
शिवसेना (यूबीटी) और BJP के बीच बढ़ती प्रशंसा और समर्थन की यह स्थिति राज्य की राजनीति में नए समीकरणों का संकेत देती है। संजय राउतद्वारा फडणवीस की सराहना और गढ़चिरौली में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की घटना, यह साबित करती है कि महाराष्ट्र की राजनीति में अभी और भीदिलचस्प मोड़ आने वाले हैं।