प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सुबह 10:59 बजे सायरनबजते ही दो मिनट का मौन रखा गया, जिसका नेतृत्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला ने किया। इस श्रद्धांजलि सभा मेंकांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि
दिल्ली स्थित राजघाट पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।इस मौके पर कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया, इमरान मसूद और पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य भी उपस्थित रहे।
बापू के विचारों पर आयोजन
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता पूर्व विधायक श्याम किशोरशुक्ला ने की, जबकि संचालन बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया। संगोष्ठी में गांधी जी के योगदान और उनके सिद्धांतों की प्रासंगिकता पर चर्चा हुई।
श्याम किशोर शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी के विचार पूरी दुनिया में सम्मानित किए जाते हैं, लेकिन कुछ शक्तियां ऐसी भी हैं जोउनकी हत्या करने वाली विचारधारा का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने गांधी जी द्वारा दी गई तीन प्रमुख शिक्षाओं को याद दिलाते हुए बताया किसत्याग्रह, जो सत्य के प्रति आग्रह को दर्शाता है, अन्याय के खिलाफ शांतिपूर्ण और नैतिक संघर्ष का प्रतीक है। सविनय अवज्ञा, जो अधिकारों कीअहिंसक लड़ाई का माध्यम है, अन्यायपूर्ण कानूनों का विरोध करने का प्रभावी साधन है। वहीं, करो या मरो का सिद्धांत दृढ़ संकल्प और त्याग कीभावना को प्रकट करता है, जो किसी भी बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक होता है।
कांग्रेस के पूर्व महासचिव और प्रभारी प्रशासन ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि गांधी जी ने कितनेकठिन संघर्षों के बाद देश को आजादी दिलाई थी। उनका त्याग और बलिदान आज भी हमें प्रेरित करता है कि हम अपने अधिकारों और देश कीएकता के लिए संघर्षरत रहें।
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता बृजेन्द्र सिंह ने कहा कि 76 वर्षों के उतार-चढ़ाव के बावजूद कांग्रेस ने गांधीवादी सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंनेकहा कि देश को आगे बढ़ाने और एकजुट रखने के लिए गांधी जी के विचारों का पालन करना जरूरी है। उनके सिद्धांतों को अपनाकर ही हम लोकतंत्रऔर सामाजिक सद्भाव को मजबूत बना सकते हैं।
संगोष्ठी में व्यक्त किए गए विचार
संगोष्ठी के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस जन व्यथा निस्तारण समिति के सचिव संजय शर्मा, नरेंद्र दत्त त्रिपाठी, रमेश मिश्रा और जीनत परवीन सहित अन्यनेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
श्रद्धांजलि सभा और संगोष्ठी में प्रमुख रूप से श्याम किशोर शुक्ला, इंदल रावत, ओंकारनाथ सिंह, विजय बहादुर, नरेंद्र त्रिपाठी, विजय सक्सेना, रमेशमिश्रा, संजय शर्मा, डॉ. शहजाद आलम, अनीस अंसारी, जगदीश सिंह, सिद्धिश्री, पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, सुभाष मिश्र, अरसी रज़ा, संजय सिंह, राकेशपाण्डेय, अजय शर्मा, नितांत सिंह, वासुदेव यादव, सभाजीत यादव, योगेश्वर सिंह, आलोक सिंह रैकवार, केडी शुक्ला, डॉ. इमरान, मनोज कुमार वर्मा, वाकर मेहदी, गोपाल कृष्ण चौधरी, राजेश कुमार, अयूब सिद्दीकी, अयाज खान अछू, राजेंद्र पांडे, मनोज कुमार शुक्ला सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजनमौजूद रहे।