महाकुंभ मेले के 16वें दिन संगम पर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। मौनी अमावस्या (29 जनवरी) से पहले ही संगम किनारे भक्तों की भारी भीड़उमड़ पड़ी है। मंगलवार सुबह 1 करोड़ लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई और हर ओर भक्तजन स्नान और पूजा-अर्चना करते दिखे। अब तक करीब 15 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।
भीड़ के आंकड़े
रविवार को 1.74 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी, जबकि सोमवार रात 8 बजे तक यह संख्या 1.55 करोड़ तक पहुंच गई। मौनीअमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ लोगों के संगम आने का अनुमान है। पूरे महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
प्रशासन के प्रयास
प्रशासन को भीड़ प्रबंधन और बेहतर व्यवस्था बनाए रखने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है। मौनी अमावस्या से पहले व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिएअधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
बाबा रामदेव का शिविर और बयान
योग गुरु बाबा रामदेव ने महाकुंभ में अपना शिविर लगाया है, जहां वे लोगों को योग सिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्रीअमित शाह ने महाकुंभ में शामिल होकर परंपरा को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा, “पहले देश के प्रशासक ऐसे धार्मिक आयोजनों में भाग नहींलेते थे, लेकिन मोदी और शाह ने यह धारणा बदली है। वे गर्व के साथ कहते हैं कि हम हिंदू और ऋषियों के वंशज हैं।”
प्रयागराज डीएम की अपील
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ के कारण यातायात प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस पर जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे चारपहिया वाहनों का उपयोग न करें। डीएम ने वरिष्ठ नागरिकों को बाइक का उपयोग करने और युवाओं को पैदल आने की सलाह दी है, ताकि यातायातव्यवस्थित रहे और बाहर से
आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।
पथराव की घटना
झांसी से प्रयागराज आ रही एक पैसेंजर ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया है। हालांकि, इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिनइसने यात्रियों में भय का माहौल पैदा कर दिया।
संगम पर उत्सव और चुनौती
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति हर दिन बढ़ती जा रही है। हालांकि, प्रशासन और स्थानीय लोगों को भीड़ प्रबंधन और सुविधाएं बनाएरखने के लिए सतर्कता बरतनी पड़ रही है। मौनी अमावस्या पर उमड़ने वाली भीड़ के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।