भारत ने 26 जनवरी 2025 को 76वां गणतंत्र दिवस गर्व और उत्साह के साथ मनाया। इस वर्ष भारतीय संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ भीमनाई गई। गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहितकई नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
इस भव्य आयोजन में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रीययुद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने तिरंगा फहराया।
भारतीय सेना और राज्यों की झलकियां
कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना की भव्य परेड आयोजित की गई, जिसमें सैन्य दस्तों ने अनुशासन और ताकत का प्रदर्शन किया। परेड में राज्यों औरकेंद्रशासित प्रदेशों की सांस्कृतिक झांकियों ने भी विविधता और परंपराओं की झलक प्रस्तुत की।
वायुसेना के फ्लाई-पास्ट ने दिखाया भारत का दम
भारतीय वायुसेना के फ्लाई-पास्ट ने गणतंत्र दिवस समारोह को और भी यादगार बना दिया। इसमें राफेल, सुखोई-30, जगुआर, C-130, C-295, C-17, डॉर्नियर-228 और AN-32 जैसे अत्याधुनिक विमानों ने अपनी ताकत दिखाई। विशेष फॉर्मेशनों, जैसे ध्वज, अर्जुन, वज्रंग और त्रिशूल नेदर्शकों को रोमांचित किया। फ्लाई-पास्ट का समापन राफेल विमान द्वारा किए गए शानदार “वर्टिकल चार्ली” मैनूवर से हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस वर्ष 5,000 कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया, जिसका शीर्षक था “जयति जय मम भारतम।” विजय चौक से लेकर सी-हैक्सागनतक हुए इस प्रदर्शन में 45 से अधिक नृत्य रूपों की प्रस्तुति दी गई। यह कार्यक्रम भारतीय सांस्कृतिक विविधता और धरोहर का उत्सव था।
CRPF की झांकी
कर्तव्य पथ पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 148 सदस्यीय महिला टुकड़ी ने शानदार परेड की। इस दल का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट ऐश्वर्या जोय एमने किया। यह प्रदर्शन महिलाओं की सुरक्षा बलों में बढ़ती भागीदारी और सशक्तिकरण को रेखांकित करता है।
नौसेना की झांकी
भारतीय नौसेना की झांकी ने “आत्मनिर्भर भारत” की अवधारणा को प्रदर्शित किया। इस झांकी ने भारत की समुद्री शक्ति और रक्षा क्षमताओं कोदर्शाया, जो देश की सुरक्षा और समुद्री हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
वीरता और बलिदान की कहानियां
परेड में भारतीय सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों और उनके बलिदानों को समर्पित एक झांकी भी शामिल थी। इसमें सूबेदार मुरलीकांत पेटकर और मानदकप्तान जीतू राय जैसे पद्मश्री और खेल रत्न पुरस्कार विजेताओं का योगदान दिखाया गया। इस झांकी ने उन वीर नायकों को सम्मानित किया, जिन्होंनेअपने अद्वितीय योगदान से देश को गौरवान्वित किया।
लोकतंत्र दिवस और विविधता का उत्सव
गणतंत्र दिवस 2025 का यह भव्य आयोजन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती, संविधान के प्रति सम्मान, और विविधता के प्रतीक के रूप में यादगारबना। भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस दिन को ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण बना दिया।