डोनाल्ड ट्रंप की डिपोर्टेशन पॉलिसी को लेकर दुनियाभर में विवाद बढ़ता जा रहा है। इस नीति के तहत अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों कोउनके मूल देश वापस भेजा जा रहा है। इसमें भारतीय प्रवासी भी शामिल हैं। अब तक 104 भारतीयों को वापस भेजा जा चुका है।
संसद में विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
अमेरिका की इस कार्रवाई के खिलाफ भारत में भी विरोध देखने को मिल रहा है। संसद भवन के मकर द्वार पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सांसदोंसहित कई विपक्षी नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान हथकड़ियां पहनकर अपनी नाराजगी जाहिर की।
विपक्ष के गंभीर आरोप
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव, कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औऱ अन्य नेताओं ने डिपोर्ट किए गएभारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव का तीखा हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार दावा कर रही थी कि भारत ‘विश्वगुरु’ बन गया है, लेकिन अमेरिकी कार्रवाई ने इस दावे की पोल खोल दी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीयों को दास की तरह बेड़ियां डालकर वापस भेजा गया।अखिलेश ने यह भी सवाल उठाया कि लोग आखिर भारत छोड़ने को मजबूर क्यों हुए, और विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर चुप क्यों है।
अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना का विमान सी-17 बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनलएयरपोर्ट पर उतरा। इस विमान में सवार सभी भारतीयों के हाथों में हथकड़ियां लगी हुई थीं और उन्हें जंजीरों से बांधकर लाया गया था। अमेरिका काकहना है कि ये सभी भारतीय वहां अवैध रूप से रह रहे थे, जिसके चलते उन्हें भारत वापस भेजा गया। लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है किइन लोगों को हथकड़ियों और जंजीरों में बांधकर डिपोर्ट किया गया।