बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है और पार्टी को बिहार में मजबूती देने के लिए लगातार कामकर रही है। लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत के बाद अब कांग्रेस रणनीतिक रूप से भी सही कदम उठाने में जुटी है। इस कड़ी में, कांग्रेस ने कृष्णाअल्लावरू को बिहार कांग्रेस का प्रभारी बना कर अपनी योजना का संकेत दे दिया है। अब चर्चा हो रही है कि कांग्रेस कन्हैया कुमार को बिहारविधानसभा चुनाव में उतार सकती है, और इसके लिए पार्टी ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
कन्हैया कुमार की राजनीति में वापसी की संभावना
कन्हैया कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से सीपीआई (कं) के टिकट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें बीजेपी के गिरिराज सिंह से हारका सामना करना पड़ा। इस हार के बाद कन्हैया ने सीपीआई का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस कदम से यह चर्चा शुरू हुई थी किबिहार में कांग्रेस को एक युवा चेहरा मिल गया है। लेकिन, पार्टी कन्हैया को बिहार में वह स्थान नहीं दिला पाई जिसे उम्मीद की जा रही थी।
कन्हैया कुमार का लोकसभा चुनाव में हार का सामना
कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को लोकसभा चुनाव 2024 में नॉर्थ दिल्ली से चुनाव लड़ा दिया था, लेकिन उन्हें बीजेपी के मनोज तिवारी के खिलाफ हार कासामना करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस ने अब एक बार फिर से कन्हैया कुमार को बिहार विधानसभा चुनाव में उतारने की योजना बनाई है, जिससे उन्हेंएक नया अवसर मिल सकता है।
राजद का असहज होना: तेजस्वी यादव को खतरा?
कन्हैया कुमार को बिहार विधानसभा चुनाव में उतारने की खबर के बाद महागठबंधन में सहयोगी दल राजद असहज महसूस कर रहा है। राजद को यहडर है कि अगर कन्हैया कुमार बिहार में सक्रिय होते हैं, तो तेजस्वी यादव का राजनीतिक कद घट सकता है। इसी वजह से राजद कन्हैया कुमार केसमर्थन में बहुत अधिक दिखाई नहीं दे रहा है।
कांग्रेस का प्लान: कन्हैया कुमार को बिहार में उम्मीदवार बनाना
इसके बावजूद, सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को बिहार विधानसभा चुनाव में उतारने की योजना बनाई है। पार्टी अबअपनी पूरी ताकत इस दिशा में लगा सकती है, ताकि कन्हैया कुमार को बिहार में मजबूत राजनीतिक स्थान मिल सके और कांग्रेस की स्थिति भीमजबूत हो।