जन सुराज अभियान के प्रमुख प्रशांत किशोर को सोमवार को पटना की एसडीजेएम कोर्ट से जमानत मिल गई। गांधी मैदान कांड संख्या 5/25 मेंउनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें एसडीजेएम आरती उपाध्याय की अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें तुरंत जमानत दे दी गई। प्रशांत किशोर औरउनके समर्थकों पर पटना हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने का आरोप है, जिसमें गांधी मैदान में धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया था।पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रशांत किशोर को इस बारे में पहले ही सूचित किया गया था, लेकिन निर्देशों को नजरअंदाज कर प्रदर्शनजारी रखा गया।
रविवार रात को पटना पुलिस ने गांधी मैदान को खाली कराना शुरू किया और सोमवार सुबह प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्हेंएम्स पटना ले जाया गया और फिर नौबतपुर भेजा गया। गिरफ्तारी के दौरान उनके समर्थक लगातार उनके साथ मौजूद रहे। डीएम चंद्रशेखर सिंह नेबताया कि इस कार्रवाई के तहत 43 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 30 की पहचान हो चुकी है। प्रशासन ने 15 गाड़ियों को जब्त किया, जिनमें से तीन को गांधी मैदान से सीज किया गया। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्तकदम उठाए जाएंगे और जनता को केवल निर्धारित धरना स्थलों पर ही प्रदर्शन करने की अपील की।
प्रशांत किशोnर की गिरफ्तारी और इसके बाद की प्रशासनिक कार्रवाई ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है। हालांकि, कोर्ट से जमानत मिलनेके बाद प्रशांत किशोर की अगली रणनीति पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। पटना डीएम ने जनता से अपील की है कि यह मामला अब उच्चतमन्यायालय में विचाराधीन है और प्रदर्शनकारियों को अपनी बात वहीं रखनी चाहिए।