14 जनवरी 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150वें स्थापना दिवससमारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ‘मिशन मौसम’ की शुरुआत की और ‘IMD विज़न-2047’ दस्तावेज़ का अनावरण किया।
मिशन मौसम का उद्देश्य
मिशन मौसम का लक्ष्य भारत को “मौसम के प्रति तैयार और जलवायु के प्रति स्मार्ट” राष्ट्र बनाना है। इसके तहत अत्याधुनिक मौसम निगरानी तकनीकोंऔर प्रणालियों का विकास किया जाएगा। यह मिशन बेहतर मौसम पूर्वानुमान, वायुमंडलीय डेटा विश्लेषण और उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग के माध्यम सेदीर्घकालिक जलवायु रणनीतियों को मजबूत करेगा।
प्रमुख पहलू
तकनीकी प्रगति: आधुनिक रडार, उपग्रह और उच्च-रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय अवलोकन उपकरण स्थापित करना।
सटीक पूर्वानुमान: मौसम चेतावनी प्रणाली को सटीक और तेज़ बनाने के लिए उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटरों का उपयोग।
जलवायु परिवर्तन का सामना:
जलवायु जोखिम आकलन और दीर्घकालिक जलवायु सेवाओं को मजबूत करना।
क्षेत्रीय सहयोग: पड़ोसी देशों के साथ सहयोग और ज्ञान-साझा करना।
IMD विज़न-2047
प्रधानमंत्री ने ‘IMD विज़न-2047’ दस्तावेज़ भी जारी किया, जो भविष्य में मौसम प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन से निपटने की योजनाओं का खाकाप्रस्तुत करता है। इसका उद्देश्य भारत को मौसम और जलवायु संबंधी सेवाओं में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करना है।
दस्तावेज़ के मुख्य बिंदु
– मौसम पूर्वानुमान की सटीकता बढ़ाना।
– जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलन रणनीतियां लागू करना।
– कृषि, जल संसाधन, और आपदा प्रबंधन क्षेत्रों में बेहतर सेवाएं प्रदान करना।
प्रधानमंत्री का संबोधन
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने IMD की 150 वर्षों की यात्रा की सराहना की और इसे देश की वैज्ञानिक प्रगति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहाकि 10 साल पहले तक केवल 10% किसान और पशुपालक मौसम संबंधी सुझावों का उपयोग करते थे, लेकिन अब यह संख्या 50% तक पहुंचगई है।
मकर संक्रांति का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने मकर संक्रांति का जिक्र करते हुए इसे कृषि आधारित त्योहार बताया और देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने गुजरात की पतंगबाजीकी परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह त्योहार खेती-किसानी की तैयारियों का संकेत देता है।
IMD की उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं
150वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में IMD ने अपनी प्रमुख उपलब्धियों और सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए कार्यक्रमों और कार्यशालाओं काआयोजन किया। ये पहल भारत को जलवायु परिवर्तन और मौसम संबंधी चुनौतियों के प्रति अधिक लचीला बनाने की दिशा में एक कदम है।
‘मिशन मौसम’ और ‘IMD विज़न-2047’ का शुभारंभ भारत की मौसम संबंधी क्षमताओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यहदेश को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने और मौसम से संबंधित आपदाओं के प्रति अधिक तैयार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।