आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को अपनी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुनलिया। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, और अन्य नेताओं ने भाग लिया। बैठक में पार्टीद्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर डॉ. संदीप पाठक की उपस्थिति में विधायक संजीव झा ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे विधायक कुलदीप कुमारऔर जरनैल सिंह ने समर्थन किया। बैठक के बाद आतिशी ने पार्टी और जनता का धन्यवाद करते हुए अपने कार्यकाल के उद्देश्यों को स्पष्ट किया।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नेता प्रतिपक्ष चुने जाने पर आतिशी को बधाई दी और कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्लीकी जनता के हित में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।”
नेता प्रतिपक्ष के रूप में आतिशी की जिम्मेदारी
आतिशी के नेता प्रतिपक्ष के रूप में चयन के बाद गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “आतिशी ने पहले भी एक चुनौतीपूर्ण समय मेंदिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी निभाई है, और अब वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगी।” उन्होंनेआगे कहा, “आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली के लोगों के लिए जो कार्य किए हैं, उनकी रक्षा करने और भाजपा के वादों को पूरा करने कीजिम्मेदारी आतिशी के कंधों पर है।”
गोपाल राय ने बताया कि बैठक में सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से आतिशी के नाम पर सहमति जताई। इसके साथ ही, आम आदमी पार्टी केविधायक दल ने यह भी तय किया कि अब भाजपा से उनके द्वारा किए गए वादों को पूरा करवाने के लिए सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई जाएगी।
आतिशी का बयान: भाजपा से जवाबदेही तय करना है प्राथमिकता
नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी का प्राथमिक उद्देश्य भाजपा से उसकी गारंटियों को लागू करवाना होगा। उन्होंनेविशेष रूप से दिल्ली की महिलाओं से किए गए वादों का जिक्र किया। “प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली की महिलाओं के लिए 2500 रुपए प्रतिमाह देनेकी गारंटी दी थी। यह वादा दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान किया गया था, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हम दिल्ली कीमहिलाओं से यह वादा करते हैं कि हम भाजपा से इस वादे को पूरा करवा कर रहेंगे,” आतिशी ने कहा।
आतिशी ने आगे कहा, “हमारा दूसरा मुख्य उद्देश्य दिल्ली सरकार द्वारा किए गए जनहितकारी कार्यों की रक्षा करना होगा। हमें यह सुनने को मिल रहाहै कि भाजपा के कुछ मंत्री आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं। हम इसका विरोध करेंगे और सुनिश्चित करेंगेकि दिल्लीवालों का कोई नुकसान न हो।”
“आप” की भूमिका: जनहित के मुद्दों पर जोर
आतिशी ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी जनता के मुद्दों को पूरी ताकत से सदन में उठाएगी और उनकी रक्षा करेगी। “हम सदन में पूरी ताकत सेदिल्लीवालों के हक की लड़ाई लड़ेंगे। भाजपा ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें हम पूरा करवाएंगे। हम अपनी जिम्मेदारी निभाते हुएभाजपा की जवाबदेही तय करेंगे,” आतिशी ने कहा।
उन्होंने भाजपा के उस बयान का भी विरोध किया जिसमें दावा किया गया था कि “आप” की सरकार ने कई मोहल्ला क्लीनिक बंद करने का फैसलालिया है। आतिशी ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्लीवालों को कहीं से भी कोई नुकसान न हो। हम सदन से सड़क तक लड़ाई जारी रखेंगे।”
कैग रिपोर्ट पर भी किया स्पष्ट बयान
जब मीडिया ने कैग (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) रिपोर्ट पर सवाल किया, तो आतिशी ने इसका भी स्पष्ट जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्टविधानसभा के पहले सत्र में प्रस्तुत होनी थी और भाजपा का दावा कि उन्होंने इसे प्रस्तुत किया है, पूरी तरह से भ्रामक है। “हम भी चाहते हैं कि यहरिपोर्ट जनता के सामने आए, ताकि सभी भ्रम साफ हो जाएं,” आतिशी ने कहा।
“आप” का विपक्षी दृष्टिकोण
आम आदमी पार्टी का दृष्टिकोण विपक्षी दल के रूप में पूरी तरह से जनता के हित में रहेगा। पार्टी का मानना है कि विपक्षी दल का कर्तव्य है कि वहसत्ता पक्ष से जनता से किए गए वादों की मांग करे और उन्हें लागू करवाए। यही कारण है कि पार्टी ने आतिशी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना, क्योंकि उन्होंने पहले भी महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए जनता के हित में कई निर्णायक कदम उठाए हैं।
भविष्य की दिशा और “आप” का संकल्प
आतिशी के नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद पार्टी का यह संकल्प है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को विपक्षी दल के रूप में चुने गए लोगों कीआवाज बनकर काम करना होगा। पार्टी भाजपा से उनके किए गए वादों को लागू करवाने में सक्रिय भूमिका निभाएगी। साथ ही, दिल्ली सरकार द्वाराकिए गए जनहित कार्यों की रक्षा करना भी पार्टी की प्राथमिकता होगी।
सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद आतिशी ने कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्लीवालों के हक के लिए निरंतर संघर्ष करेगी। हमारा कामकेवल आरोप-प्रत्यारोप करना नहीं है, बल्कि हम सकारात्मक तरीके से दिल्ली की प्रगति के लिए अपनी भूमिका निभाएंगे।”
आतिशी का नेतृत्व: विपक्ष की नई दिशा
आतिशी की नेतृत्व क्षमता को देखते हुए, यह स्पष्ट हो गया है कि वे विपक्षी दल के रूप में केवल विरोधी दृष्टिकोण नहीं रखेंगी, बल्कि वे एकरचनात्मक विपक्ष की भूमिका अदा करेंगी। इस नई जिम्मेदारी के साथ, दिल्ली के लोग उम्मीद करते हैं कि “आप” दिल्ली के मुद्दों को सदन में उठाने मेंसक्रिय रहेगा और भाजपा से किए गए वादों को पूरा करने के लिए दबाव बनाएगा।
आखिरकार, आम आदमी पार्टी का यह मानना है कि एक मजबूत विपक्षी दल लोकतंत्र की नींव को मजबूत करता है और जनता के हितों की रक्षाकरता है। आतिशी के नेतृत्व में “आप” का यह संघर्ष आगे बढ़ेगा, और पार्टी की यह प्रतिबद्धता रहेगी कि वह दिल्लीवालों की आवाज बनकर उनकीसमस्याओं को उठाए।