देशभर में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ने सरकार, प्रशासन और आम नागरिकों को परेशान कर रखा है। हादसों को कम करने के लिए केंद्रीयसड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा ‘सड़क सुरक्षा’ अभियान जैसे कदम उठाए गए हैं, लेकिन दुर्घटनाओं में कमी अभी भी नहीं हो रही है।
नागपुर में दर्दनाक हादसा
नागपुर के बुटीबोरी इलाके में 10 फरवरी की रात एक गंभीर हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। रात के अंधेरे में गाड़ी चलाना सीखते समय एकनवसिखिया चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे कार एक खुले कुएं में जा गिरी। सुरक्षा जाली की अनुपस्थिति के कारण यह हादसा औरभी घातक साबित हुआ।
सुरक्षा जाली न होने से तीन लोगों की मौत
घटना में तीनों व्यक्तियों की डूबने से मौत हो गई। हादसे की तस्वीरें घटना की गंभीरता को दर्शाती हैं। तीनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिएभेजा गया है।
रात 11:30 बजे के आसपास हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार रात तीन युवक कार में सवार होकर एमआईडीसी की ओर जा रहे थे। रात 11 से 11:30 बजे के बीच चालक नेनियंत्रण खो दिया और कार सीधे कुएं में गिर गई। कुएं में पानी भरा होने के कारण तीनों बाहर नहीं निकल सके।
स्थानीय निवासियों ने बचाव कार्य में दी मदद
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थानीय नागरिकों की मदद से कार को कुएं से बाहर निकालागया। हालांकि, तब तक कार में फंसे तीनों व्यक्तियों की मौत हो चुकी थी।
बिना सील किए कुएं बने मौत का कारण
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चालक गाड़ी चलाना सीख रहा था और नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह दुर्घटना हुई। इस घटना के बाद बुटीबोरीक्षेत्र में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया है। स्थानीय लोगों ने बिना सील किए कुओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के लोकसभा क्षेत्र में हुआ है, जहां सड़क दुर्घटनाओं की संख्या काफी अधिक है। गडकरी ने खुद यह स्वीकारकिया है कि कई बार हादसों का कारण वाहन चालकों की लापरवाही होती है। इस घटना ने सड़क और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर फिर से चिंता बढ़ादी है।
प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से खुले कुओं को सील करने और सड़क सुरक्षा के मानकों को लागू करने की मांग की है। यह घटना सड़क औरसार्वजनिक सुरक्षा की गंभीरता को उजागर करती है।