महाराष्ट्र सरकार ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को कथित रूप से फंसाने की साजिश की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कियाहै। इस एसआईटी का नेतृत्व मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी करेंगे।
साजिश के आरोप और एसआईटी की जांच
आरोप है कि जब देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, तब महाविकास आघाड़ी सरकार ने उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रचीथी। इस मुद्दे को भाजपा विधान परिषद सदस्य प्रवीण दरेकर ने उठाया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने एसआईटी गठित करने का निर्णय लिया।एसआईटी को 30 दिनों में जांच पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
विपक्ष ने फैसले पर उठाए सवाल
विपक्ष ने इस जांच पर सवाल खड़े किए हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि महायुति सरकार को सत्ता में आए तीन साल से अधिक हो गए, फिर अबइस मामले की जांच क्यों शुरू की गई?
स्टिंग ऑपरेशन से हुआ खुलासा
यह मामला तब चर्चा में आया जब व्यवसायी संजय पुनमिया ने दावा किया कि एक स्टिंग ऑपरेशन में पूर्व पुलिस अधिकारी की टेलीफोन पर हुईबातचीत सामने आई है। इसमें कथित तौर पर कहा गया कि पूर्व मुंबई पुलिस प्रमुख ने देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे को गिरफ्तार करने कीसाजिश रची थी।
विधान परिषद में पेश किया गया सबूत
भाजपा एमएलसी प्रवीण दरेकर ने विधान परिषद में एक पेन ड्राइव पेश की, जिसमें स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो होने का दावा किया गया। इन वीडियोमें पुलिस अधिकारियों द्वारा कुछ लोगों पर फडणवीस के खिलाफ झूठे बयान देने के लिए दबाव डालने की बात सामने आई है।
सरकार की प्रतिक्रिया
कैबिनेट मंत्री शंभूराजे देसाई ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी के गठन की पुष्टि की। अब यह विशेष जांच दल पूरे मामले की गहनजांच कर 30 दिनों के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।