दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना के लिए 8 मार्च के बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने गुरुवार को एकमहत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा चलाए गए 250 मोहल्ला क्लिनिक, जो केवल कागजों पर ही सक्रिय थे, अब बंद कर दिएजाएंगे। मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए इन मोहल्ला क्लिनिकों को बंद करने का आदेश दिया जाएगा, क्योंकि इनक्लिनिकों के लिए किराया दिया जा रहा था, जबकि वे असल में कार्य नहीं कर रहे थे।
100 दिनों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का वादा
आयुष्मान भारत योजना को 20 फरवरी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के बाद दिल्ली कैबिनेट ने मंजूरीदी थी। स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने दावा किया कि दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे में अगले 100 दिनों में महत्वपूर्ण सुधार होंगे। उन्होंने यह भीकहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को गलत काम करने का दोषी पाया जाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया किदिल्ली में करीब 20% जन्म अस्पतालों के बाहर हो रहे हैं, जिसे घटाने के लिए प्रशासन अस्पतालों में प्रसव को प्रोत्साहित करेगा। जच्चा-बच्चा केंद्रोंकी स्थापना भी प्राथमिकता में होगी।
ईडब्ल्यूएस रोगियों के लिए बेहतर देखभाल
स्वास्थ्य मंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के रोगियों के इलाज में पारदर्शिता बनाए रखने और बिस्तरों के आवंटन की निगरानी पर भीजोर दिया। इसके लिए दो नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने इस वर्ग के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की महत्ता कोरेखांकित किया। पंकज सिंह ने राज्य सचिवालय में सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन की समीक्षा की, जिसमें सभी सरकारी अस्पतालों केचिकित्सा अधीक्षक, लोक निर्माण विभाग, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
नई योजनाओं की घोषणा
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने शहर की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा कोनजरअंदाज किया। उन्होंने दिल्ली में राष्ट्रीय आयुष मिशन को लागू करने का भी उल्लेख किया, जिसमें पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को शामिलकिया जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली के बाहरी इलाकों में सचल ‘डेंटल वैन’ तैनात करने की योजना बनाई गई है, ताकि वंचित क्षेत्रों में चिकित्सासेवाएं पहुंचाई जा सकें। उन्होंने अस्पतालों में रिक्त पैरामेडिकल पदों को तत्काल भरने का निर्देश भी दिया और चिकित्सा अधीक्षकों को एक सेअधिक जिम्मेदारी रखने से मना किया। साथ ही, अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी आदेश दिया गया।