दिल्ली विधानसभा में आज एक हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता प्रतिपक्ष आतिशी समेत सभी 22 विधायकों को दिनभर के लिए सस्पेंड कर दिया गया। यह घटना उस समय हुई जब विधानसभा में CAG (कंप्ट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्टपेश की जानी थी। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने AAP विधायकों की नारेबाजी और हंगामे के कारण उन्हें सस्पेंड करने का निर्णय लिया।
सस्पेंड किए जाने के बाद, AAP के विधायक विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने भगत सिंह और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें लेकरनारेबाजी की। आतिशी ने दिल्ली सरकार से सवाल किया कि सीएम दफ्तर से भगत सिंह और अंबेडकर की तस्वीरें क्यों हटाई गई हैं। यह सवालउठाते हुए उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
AAP विधायक संजीव झा ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सीएम ऑफिस में डॉक्टर बीआर अंबेडकर की तस्वीर की जगह पीएममोदी की तस्वीर लगा दी गई है। जब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि क्या पीएम मोदी डॉक्टर अंबेडकर से बड़े हैं, तो इस सवाल को उठाने परउन्हें सस्पेंड कर दिया गया। झा ने आरोप लगाया कि बीजेपी डॉक्टर अंबेडकर से नफरत करती है, लेकिन देश इसे स्वीकार नहीं करेगा।
विधानसभा में उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान AAP विधायकों ने नारेबाजी की, जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता नेउन्हें शांत रहने के लिए कहा। जब विधायकों ने नारेबाजी जारी रखी, तो अध्यक्ष ने सख्त कदम उठाते हुए सभी 22 विधायकों को दिनभर के लिएसस्पेंड कर दिया।
इस घटना ने विधानसभा में एक बार फिर से राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। AAP के विधायकों का यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि वेअपने मुद्दों को लेकर कितने गंभीर हैं और वे किसी भी कीमत पर अपनी आवाज उठाने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली विधानसभा में इस तरह के हंगामे और सस्पेंशन की घटनाएं नई नहीं हैं, लेकिन आज का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि CAG कीरिपोर्ट पेश की जानी थी। AAP के विधायकों का यह प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि वे सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए कितनेप्रतिबद्ध हैं।
विधानसभा के बाहर AAP विधायकों का प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें उन्होंने न केवल नारेबाजी की, बल्कि अपने मुद्दों को लेकर लोगों का ध्यान भीआकर्षित करने की कोशिश की। यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि AAP अपने राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जासकती है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि दिल्ली की राजनीति में तनाव और विवाद का कोई अंत नहीं है। AAP और बीजेपी के बीचकी खाई और भी गहरी होती जा रही है, और ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की राजनीतिक घटनाक्रम कैसे विकसित होते हैं।
दिल्ली विधानसभा में आज का दिन न केवल AAP के लिए, बल्कि पूरे राजनीतिक परिदृश्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है। AAP के विधायकोंका सस्पेंशन और उनके द्वारा किया गया प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि वे अपने मुद्दों को लेकर कितने गंभीर हैं और वे किसी भी कीमत पर अपनीआवाज उठाने के लिए तैयार हैं।