दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इसमें महिलाओं, युवाओं और गरीब परिवारों के लिए कईवादे किए गए हैं। कांग्रेस ने दिल्लीवासियों को पांच गारंटियां देने का ऐलान किया है, जिनके तहत आर्थिक और सामाजिक राहत देने की बात कहीगई है।
कांग्रेस ने किया पांच गारंटियों का ऐलान
घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ‘गारंटी’ शब्द का पहली बार इस्तेमाल कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में किया था, जो अबसभी दलों की रणनीति का हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह गारंटी सिर्फ एक वादा नहीं बल्कि जनता का अधिकार है, जिसे पार्टीसरकार बनने के बाद पूरा करेगी।
घोषणा पत्र में प्रमुख योजनाएं
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में दिल्ली के नागरिकों के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इनमें कांग्रेस ने महिलाओं के लिए
प्यारी दीदी योजना प्रत्येक गरीब परिवार की एक महिला सदस्य को हर महीने ₹2,500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिसके साथ ही कांग्रेस नेजीवन रक्षा योजना दिल्ली के सभी नागरिकों को ₹25 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी, जिसमें मुफ्त दवाएं और जांच भी शामिलहोंगी। वहीं युवा उड़ान योजना बेरोजगार युवाओं को सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में एक साल की अप्रेंटिसशिप दी जाएगी, जिसमें उन्हें हर महीने₹8,500 का भत्ता मिलेगा। महंगाई मुक्त योजना दिल्ली के नागरिकों को ₹500 में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, हर महीने 5 किलो चावल, 2 किलो चीनी, 1 किलो खाना पकाने का तेल, 6 किलो दाल और 250 ग्राम चायपत्ती सहित एक मुफ्त राशन किट दी जाएगी। साथही फ्री बिजली योजना सभी पात्र परिवारों को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी।
कांग्रेस ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना
घोषणा पत्र जारी करने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दिल्ली सरकार पर जनता से किएगए वादे पूरे न करने का आरोप लगाया और दावा किया कि कांग्रेस की गारंटियां पूरी तरह से व्यावहारिक और लाभकारी होंगी।
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस ने इस बार चुनाव में सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक राहत को प्राथमिकता दी है। महिलाओं, युवाओं और गरीब परिवारों के लिए बनाई गई येयोजनाएं कांग्रेस की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा हैं। पार्टी का लक्ष्य दिल्ली के मतदाताओं को यह विश्वास दिलाना है कि उनकी योजनाएं केवलवादे नहीं बल्कि हक की गारंटी हैं।