दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक की सियासी घटनाओं में एक नया मोड़ आ गया है। इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख घटक दल, आम आदमी पार्टी(आप) और कांग्रेस, अब एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने एक ऑडियो जारी किया है, जिसमें आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं कानाम शराब घोटाले में लिया गया है। वहीं, आप ने कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। दोनों पार्टियों के बीच यहआरोप-प्रत्यारोप का दौर चुनावी माहौल को और भी गर्म कर रहा है, और यह सुनिश्चित हो गया है कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिऔर आरोपों का स्तर पहले से कहीं अधिक ऊंचा होगा।
कांग्रेस का AAP पर वार
कांग्रेस ने दिल्ली में शराब घोटाले से जुड़ा एक ऑडियो क्लिप जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता इसघोटाले में शामिल हैं। कांग्रेस ने इस ऑडियो को आधार बनाते हुए आरोप लगाया कि आप ने दिल्ली में शराब नीति में गड़बड़ी की और इसके जरिएकरोड़ों रुपये की घोटालेबाजी की है। कांग्रेस ने कहा कि यह घोटाला केवल आम आदमी पार्टी के नेताओं के लाभ के लिए किया गया था, और अबइस मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिए। कांग्रेस के नेता यह भी आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल सरकार के संरक्षण में इस घोटाले कोअंजाम दिया गया।
कांग्रेस का यह भी कहना है कि दिल्ली सरकार की शराब नीति में कई ऐसे अनुशासनहीनियां और भ्रष्टाचार के संकेत हैं, जिन्हें नजरअंदाज किया गयाहै। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि जिन अधिकारियों ने घोटाले में संलिप्तता की थी, उन्हें संरक्षण दिया गया। कांग्रेस ने दावा किया कि अगरदिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार सही है, तो वह इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखानी चाहिए।
AAP ने राहुल के खिलाफ जारी किया पोस्टर
इसी बीच, आम आदमी पार्टी ने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आप ने पोस्टर मेंलिखा है, “राहुल गांधी को नहीं छोड़ेंगे”, और उन्हें भ्रष्ट करार दिया है। आप ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पिछले कई वर्षों सेभ्रष्टाचार में लिप्त हैं, और अब इस चुनावी प्रचार के जरिए उन्होंने अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए नए तरीके अपनाए हैं।
आप का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है और राहुल गांधी की अध्यक्षता में पार्टी ने कभी भी सच्चाई का सामना नहींकिया। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीति के चलते देश और राज्य में भ्रष्टाचार का खात्मा नहीं हो पाया। आप ने कांग्रेस पर निशानासाधते हुए कहा कि वह अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए आम आदमी पार्टी को बदनाम करने में लगी हुई है।
कांग्रेस और AAP के बीच सियासी बयानबाजी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच इस तरह के आरोपों का सिलसिला पहले भी देखा गया है, लेकिन इस बार इनआरोपों का स्वरूप ज्यादा तीव्र हो गया है। दोनों पार्टियां अब एक-दूसरे के खिलाफ न केवल शब्दों से हमला कर रही हैं, बल्कि उन्होंने गंभीर आरोपोंका भी सामना किया है। कांग्रेस जहां एक ओर आप सरकार पर शराब घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा रही है, वहीं आप ने राहुल गांधी केखिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
इस संघर्ष में एक ओर जहां आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चुनावी मैदान में है, वहीं कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार कीकमान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के हाथ में है। दोनों दलों के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप का खेल न केवल दिल्ली की राजनीति को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह दिल्ली के मतदाताओं को भी काफी प्रभावित कर सकता है।
चुनाव पर क्या असर पड़ेगा?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप के बीच के इस सियासी संघर्ष का चुनाव परिणाम पर बड़ा असर पड़ सकता है। जहां एक ओर आमआदमी पार्टी भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के आरोपों से बचने के लिए चुनावी प्रचार में जुटी हुई है, वहीं कांग्रेस इन आरोपों के जरिए आप को कमजोर करनेका प्रयास कर रही है।
अब यह देखना होगा कि इन आरोपों के बाद दिल्ली के मतदाता किसे सही मानते हैं और किसे सत्ता में लाते हैं। क्या आम आदमी पार्टी इस आरोप-प्रत्यारोप की प्रक्रिया से बच पाएगी या कांग्रेस को सत्ता में आने का एक और मौका मिलेगा, यह सवाल चुनाव के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।