कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली के सलीमपुर इलाके में अपनी पहली रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीऔर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि दोनों नेता एक जैसी राजनीति करते हैं और अदाणीजैसे उद्योगपतियों के खिलाफ कभी आवाज नहीं उठाते। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की राजनीति और अर्थव्यवस्था पर मुट्ठीभर अरबपतियों कानियंत्रण है।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अदाणी समूह का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी और केजरीवाल अदाणी के खिलाफ बोलने से बचते हैं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री दोनों अदाणी के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलते। आखिर क्यों? क्योंकि ये नेता उन ताकतों से नियंत्रित होतेहैं, जो आम जनता के हितों को नजरअंदाज कर देती हैं।” यह बयान कांग्रेस की ओर से अदाणी समूह पर लगातार उठाए जा रहे वालों की कड़ी मेंआया है।
मोदी और केजरीवाल की राजनीति पर सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल भले ही अलग-अलग दलों से हैं, लेकिन उनकी राजनीति एक ही दिशा में जाती है। उन्होंनेकहा, “दोनों नेताओं की नीतियां बड़े उद्योगपतियों के हित में हैं। ये जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने के लिए लड़ाई का नाटक करते हैं, लेकिनपर्दे के पीछे एक ही एजेंडे पर काम करते हैं—देश के संसाधनों को कुछ उद्योगपतियों के हाथों में सौंपने का।”
देश पर मुट्ठीभर अरबपतियों का दबदबा
राहुल गांधी ने देश की आर्थिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केवल 150 अरबपति ही भारत की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंनेकहा, “इन कुछ लोगों के पास इतनी ताकत है कि वे नीतियों और राजनीतिक फैसलों को अपने अनुसार प्रभावित कर सकते हैं। गरीब और मध्यम वर्गके लोगों को उनकी समस्याओं के साथ छोड़ दिया गया है।”
जनता के मुद्दों पर फोकस
रैली में राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा, “देश में अमीर और अमीर बनते जा रहे हैं, जबकिगरीब और गरीब होते जा रहे हैं। यह स्थिति इसलिए बनी है क्योंकि सरकार केवल चुनिंदा बड़े उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। आम जनता केहितों को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है।”
केजरीवाल पर तीखा प्रहार
दिल्ली के मुख्यमंत्री पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, जो खुद को आम आदमी का नेता बताते हैं, अदाणी जैसे उद्योगपतियोंपर सवाल उठाने से बचते हैं। उन्होंने कहा, “केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का दावा किया था, लेकिन अदाणी के मामले में उनकी चुप्पीबहुत कुछ कहती है। क्या उनका भ्रष्टाचार विरोधी अभियान केवल दिखावा था?”
कांग्रेस की चुनावी रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अदाणी के मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही है। राहुल गांधी का यह भाषण कांग्रेस की उसीरणनीति का हिस्सा है, जिसमें पार्टी मोदी और केजरीवाल दोनों पर हमले कर रही है। कांग्रेस का उद्देश्य है कि अदाणी के मुद्दे को गरीब और मध्यम वर्गके हितों से जोड़कर जनता को अपनी ओर आकर्षित किया जाए।
राहुल गांधी ने जनता से की अपील
रैली के अंत में राहुल गांधी ने जनता से कांग्रेस को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं है, बल्कि हर उसनागरिक की है जो अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहता है। हमें साथ मिलकर इस ताकतवर गठजोड़ का सामना करना होगा।”
राहुल गांधी की इस रैली ने कांग्रेस की चुनावी तैयारी और रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने अपने भाषण में मोदी और केजरीवाल को घेरते हुएअदाणी के मुद्दे पर जोर दिया। अब यह देखना बाकी है कि राहुल गांधी की इस रणनीति का दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा और क्याकांग्रेस इसे जनता के बीच एक प्रभावी मुद्दा बना पाएगी।