दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना संकल्प पत्र पेश किया है। इसमें घरेलू गैस सिलेंडर पर सब्सिडी, त्योहारों पर मुफ्त गैस सिलेंडर और महिलाओं को आर्थिक सहायता जैसी कई लोकलुभावन घोषणाएं शामिल हैं।
घरेलू गैस सिलेंडर पर ₹500 सब्सिडी
बीजेपी ने घरेलू गैस सिलेंडर पर ₹500 की सब्सिडी देने का वादा किया है। पार्टी का कहना है कि यह कदम महंगाई से जूझ रहे मध्यम वर्गीय परिवारोंको राहत देने के लिए उठाया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में घरेलू गैस की कीमतों में बढ़ोतरी ने आम लोगों का बजट बिगाड़ दिया है।
त्योहारों पर मुफ्त गैस सिलेंडर
संकल्प पत्र में यह भी घोषणा की गई है कि होली और दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों पर हर परिवार को एक-एक मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान कियाजाएगा। बीजेपी ने इसे “त्योहारों का तोहफा” बताया है, जिससे त्योहारों के दौरान लोगों के खर्चों में कमी आएगी।
महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता
बीजेपी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हर महीने ₹2500 की आर्थिक सहायता का वादा किया है। यह योजना खासकर गृहणियों औरआर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाओं के लिए है। पार्टी ने इसे महिलाओं की आत्मनिर्भरता और आर्थिक सुधार की दिशा में एक बड़ा कदमबताया है।
*दिल्ली के विकास पर फोकस*
संकल्प पत्र में दिल्ली के समग्र विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और पर्यावरण जैसे अहम मुद्दों को भी शामिल किया गया है। बेहतर स्कूल, उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं और सार्वजनिक परिवहन का विस्तार पार्टी के प्रमुख वादों में से हैं।
विपक्ष ने किया हमला
बीजेपी के इस संकल्प पत्र को विपक्ष ने आड़े हाथों लिया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे “खोखले वादों का पुलिंदा” करार देते हुए कहा किबीजेपी वादे तो करती है, लेकिन उन्हें पूरा नहीं करती। वहीं, कांग्रेस ने इसे जनता को भ्रमित करने वाला कदम बताया है।
जनता की प्रतिक्रिया?
संकल्प पत्र को लेकर जनता की प्रतिक्रिया मिली-जुली है। मध्यम वर्गीय परिवारों और महिलाओं ने इन वादों का स्वागत किया है, लेकिन कई लोगइसे चुनावी रणनीति मानते हैं। लोगों के बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि इतनी योजनाओं के लिए फंडिंग कहां से होगी।
विश्लेषकों की राय?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बीजेपी ने इस बार उन मुद्दों को प्राथमिकता दी है, जो सीधे आम आदमी से जुड़े हैं। गैस सिलेंडर पर सब्सिडीऔर महिलाओं को आर्थिक सहायता जैसे वादे बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण वोट बैंक को साधने की कोशिश माने जा रहे हैं।
चुनावी असर?
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी के ये वादे मतदाताओं को कितना आकर्षितकर पाते हैं। हालांकि, पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने वादों को अमल में लाने की होगी।
बीजेपी का यह संकल्प पत्र महंगाई, महिलाओं के सशक्तिकरण और त्योहारों के खर्च जैसे मुद्दों पर केंद्रित है। अब देखना यह है कि जनता इन वादोंपर कितना भरोसा करती है और चुनावी नतीजों में इसका क्या असर पड़ता है।