नई दिल्ली, 15 फरवरी: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की उपस्थिति में आज आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन निगम पार्षद दिल्ली भाजपामें शामिल हो गए। इस राजनीतिक परिवर्तन में एंड्रयूज़ गंज से अनीता बसोया, हरिनगर से निखिल चपराना और आरके पुरम से धर्मवीर सिंह भाजपा मेंशामिल हुए। यह विशेष कार्यक्रम दिल्ली भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर द्वारा संचालित प्रेस वार्ता के दौरान हुआ। इस अवसर परनवनिर्वाचित विधायक करतार सिंह और अनिल शर्मा, मीडिया रिलेशन प्रमुख विक्रम मित्तल और पूर्व विधायक नितिन त्यागी भी उपस्थित रहे।
वीरेंद्र सचदेवा ने दिया ट्रिपल इंजन सरकार का आश्वासन
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों को पार्टी का पटका पहनाकर स्वागत किया और आगामी दिल्ली चुनावों मेंभाजपा द्वारा एक ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की वजह से देश तेजी से प्रगति कीओर बढ़ रहा है और अब दिल्ली का विकास भी जल्द शुरू होगा। सचदेवा ने कहा, “दिल्ली की जनता ने भाजपा को बहुमत दिया है, और इसकापरिणाम जल्द ही दिखेगा। अब हमे दिल्ली को एक सुंदर और विकसित शहर बनाने के लिए लगातार काम करना होगा, ताकि पिछले 10 वर्षों सेरुका हुआ विकास कार्य पूरा हो सके।”
भ्रष्टाचार और भ्रम से त्रस्त दिल्ली के लोग भाजपा के साथ जुड़ रहे हैं
सचदेवा ने यह भी कहा कि दिल्ली में जिन लोगों को एक साफ, सटीक और विकासशील सरकार चाहिए, वे अब भाजपा में शामिल हो रहे हैं। वेपिछले 10 वर्षों से आम आदमी पार्टी की सरकार के भ्रम और भ्रष्टाचार से परेशान थे, और अब उन्हें भाजपा में एक बेहतर विकल्प मिल रहा है।
प्रवीण शंकर कपूर ने भी “आप” पर किया हमला
इस प्रेस वार्ता में दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने भी “आप” पर तंज कसते हुए कहा कि “आप” पार्टी सत्ता की “फेविकोल” मेंजुड़ी हुई थी, लेकिन अब जल्दी ही सभी राष्ट्रवादी नेता इसे छोड़ देंगे। यह घटनाक्रम दिल्ली की राजनीतिक हलचल में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाताहै, जहां भाजपा लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रही है और विपक्षी दलों के नेताओं का समर्थन भी प्राप्त कर रही है।
सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला
हालांकि, इस राजनीतिक घटना के दौरान दिल्ली के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के चौधरन कॉलोनी में भी कुछ घटनाओं की रिपोर्ट मिली है, जोस्थानीय प्रशासन द्वारा जांची जा रही हैं।राजनीतिक घटनाओं के बीच यह बदलाव दिल्ली की आगामी राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है, और भाजपा के समर्थन में नए बदलावों की बयार के संकेत दे रहा है।