तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में मिलावटी घी के इस्तेमाल को लेकर विवाद के बाद सीबीआई ने गहन जांच शुरू की है। सुप्रीम कोर्टके निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हाल ही में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, लड्डू प्रसाद मेंमिलावट के मामले में यह कार्रवाई की गई है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही जांच
तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में लड्डू प्रसाद में मिलावट का मामला पिछले साल सामने आया था। इस विवाद को सुप्रीम कोर्ट तक ले जायागया, जहां शीर्ष अदालत ने इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीतिक हस्तक्षेप से बचने का निर्देश दिया। अक्तूबर 2024 में कोर्ट ने सीबीआई कोएसआईटी के जरिए मामले की जांच करने का आदेश दिया।
चार आरोपियों की पहचान
सीबीआई अधिकारियों ने पुष्टि की है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विपिन जैन, पोमिल जैन, अपूर्व चावड़ा और राजू राजशेखरन शामिल हैं। इनपर तिरुपति लड्डू में मिलावटी घी की आपूर्ति का आरोप है।
एसआईटी में कौन-कौन शामिल?
इस मामले की जांच के लिए नवंबर 2024 में पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था। इसमें सीबीआई के दो अधिकारी, आंध्र प्रदेशपुलिस के दो अधिकारी और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) का एक विशेषज्ञ शामिल हैं।
राजनीतिक विवाद और राज्य सरकारों के आरोप-प्रत्यारोप
मामले के उजागर होने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व सरकार पर तिरुपति लड्डू में पशु वसा के उपयोग का आरोप लगाया।उनके इस बयान से बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया।
मंदिर प्रशासन की सफाई
विवाद के बीच तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने 2024 में बयान जारी कर लड्डू की पवित्रता बनाए रखने का आश्वासन दिया। प्रबंधन ने कहाकि श्रीवारी लड्डू अब पूरी तरह शुद्ध है और सभी खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।
मिलावट रोकने के लिए नई पहल
मंदिर प्रशासन ने घी और दूध उत्पादों में मिलावट की संभावना को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की मदद से मिलावटपरीक्षण मशीन लगाने की घोषणा की थी। प्रशासन ने बताया कि जनवरी 2025 तक यह मशीन कार्यशील हो जाएगी।
केंद्र सरकार का सख्त रुख
घी की जांच के दौरान तमिलनाडु के डिंडीगुल में एक डेयरी फैक्टरी से जुड़े नमूनों की भी जांच की गई। केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा किप्रसाद में मिलावट बेहद गंभीर मामला है और दोषियों को सजा दी जाएगी।