वैकुंठ एकादशी के विशेष अवसर पर तिरुपति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी, लेकिन भीड़ प्रबंधन में आई चूक के कारण स्थितिबिगड़ गई। इस हादसे में छह लोगों की मृत्यु हो गई और करीब 40 लोग घायल हो गए।
घटना का स्थान और कारण
यह हादसा तिरुपति मंदिर के विष्णु निवासम क्षेत्र में हुआ, जहां वैकुंठ एकादशी के दिन विशेष वैकुंठ द्वार से दर्शन के लिए टोकन वितरण की व्यवस्थाकी गई थी। टोकन वितरण सुबह 5 बजे शुरू होना था, लेकिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक दिन पहले शाम 6 बजे से ही कतार में लग गए। भीड़ केअत्यधिक बढ़ जाने और प्रबंधन में असफलता के कारण भगदड़ मच गई।
मृतकों और घायलों की जानकारी?
इस दुर्घटना में छह लोगों की जान चली गई, जिनमें पांच महिलाएं शामिल थीं। मृतकों में 50 वर्षीय मल्लिगा, जो सेलम की रहने वाली थीं, भीशामिल थीं। इसके अलावा, लगभग 40 लोग घायल हो गए, जिन्हें तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को त्वरित राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चितकरने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने घायलों के इलाज की व्यवस्था की निगरानी भी की।
मंदिर में दर्शन और पूजा के समय?
तिरुपति बालाजी मंदिर में दैनिक दर्शन और विशेष पूजाओं का आयोजन एक निश्चित समय-सारणी के अनुसार होता है.
दैनिक दर्शन :
सुबह 3:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से रात 9:30 बजे तक। शुक्रवार और शनिवार को मंदिर 24 घंटे खुला रहता है।
विशेष पूजा का समय?
सोमवार: विशेष पूजा सुबह 5:30 बजे से 7:00 बजे तक।
मंगलवार: अष्टदल पाद पद्माराधना सुबह 6:00 बजे से 7:00 बजे तक।
बुधवार : सहस्रकलशाभिषेकम सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक।
गुरुवार: तिरुप्पवाड़ा सेवा सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक।
शुक्रवार: अभिषेकम सुबह 4:30 बजे से 6:00 बजे तक।
सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वैकुंठ एकादशी जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर मंदिर प्रशासन कोश्रद्धालुओं की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए उचित व्यवस्था करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और भीड़भाड़ से बचने के लिए अपने दर्शन का समय उचितरूप से चुनें।